भोपाल, 17 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य में कोविड-19 लगभग नियंत्रित स्थिति में है। इसलिए राज्य सरकार ने अब तक लागू सभी प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया है। ये प्रतिबंध कोविड महामारी के समय लगाए गए थे। अब सभी सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन पूरी क्षमता के साथ हो सकेंगे। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर लगने वाले मेलों का आयोजन भी किया जा सकेगा। चल समारोह अब निकल सकेंगे और विवाह में भागीदारी बिना संख्या की सीमा के हो सकेगी।
मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को मंत्रालय में आयोजित कोविड स्थिति की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि काफी लंबी अवधि प्रतिबंधों के साथ बिताई जा चुकी है। समग्र स्थितियों पर विचार-विमर्श के बाद प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार में भी अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए सभी इच्छुक पहुंच सकेंगे। नाइट कर्फ्यू आज रात से समाप्त किया जा रहा है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि सिनेमा हॉल, मॉल, स्वीमिंग पुल, जिम, योग सेंटर, रेस्टोरेंट, क्लब इत्यादि सौ प्रतिशत क्षमता के साथ खुल सकेंगे। स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल, कोचिंग क्लासेज पूर्ण क्षमता से अब संचालित की जा सकेंगी। यह जरूर है कि सभी तरह की गतिविधियाँ हम प्रारंभ कर रहे हैं, लेकिन यह कोरोना अनुकूल व्यवहार के साथ प्रारंभ होंगी। उन्होंने कहा, संक्रमण को फैलने के लिए जिम्मेदार कोई भी कार्य न किए जाएं, किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो, परस्पर दूरी और सभी के लिए मास्क के उपयोग की सावधानी आवश्यक होगी।
चौहान ने कहा कि मेलों में दुकानदार तभी दुकान लगा सकेंगे जब उन्हें कोरोना रोधी टीके की दोनों डोज़ लगी हो। सिनेमा हॉल में स्टॉफ को दोनों डोज़ और दर्शक को कम से कम एक डोज़ लगना अनिवार्य होगा। मेलों के अलावा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में दुकानदार को वैक्सीन के दोनों डोज़ लगवाना अनिवार्य होगा। हॉस्टल में 18 वर्ष से ऊपर के छात्र-छात्राएं और समस्त स्टाफ को दोनों डोज़ लगवाना आवश्यक होगा।
उन्होंने मीडिया के जरिए अपील की कि सावधान रहना है। कोविड टेस्ट के लिए शासकीय टीम आए तो सैम्पल जरूर दे दें, ताकि बीमारी अगर ज्यादा लोगों को हो रही हो, संक्रमण फैल रहा हो तो तत्काल पता लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिनका भी दूसरा डोज़ बचा है वो जरूर लगवाएं। वैक्सीनेशन कोविड से बचाव के लिए उपयोगी और एकमात्र उपाय है। यह एक कारगर उपाय है। सामाजिक संस्थाओं, क्राइसिस मैनेजमेंट समूह, स्थानीय प्रशासन के साथ ही हर नागरिक को यह सुनिश्चित करना है कि स्वास्थ्य के इस महत्वपूर्ण सुरक्षा चक्र के महत्व को समझें और यह देखें कि स्वयं के अलावा हमारे आसपास के सभी व्यक्ति वैक्सीन के दोनों डोज़ अनिवार्य रूप से लगवा चुके हैं या नहीं।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 91.6 प्रतिशत पात्र लोग वैक्सीन की प्रथम डोज़ लगवा चुके हैं। दूसरा डोज़ लगवाने वालों का प्रतिशत 47.3 है। प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या मात्र 78 है। हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने जिलों के प्रभारी अधिकारियों से कहा कि जहां प्रथम डोज़ का प्रतिशत 85 से कम है, उन जिलों में यह प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास किए जाएं।
उन्होंने कहा कि यह रणनीति हो कि प्रतिदिन न्यूनतम 70 से 75 हजार सैम्पल अवश्य लिए जाएं। संक्रमण पर कड़ी निगाह रखी जाए। किसी भी व्यक्ति में रोग के मामूली लक्षण भी हों तो टेस्ट अवश्य करवाएं। विद्यालयों और छात्रावासों में विद्यार्थियों द्वारा आवश्यक सावधानियां रखी जाएं। प्रतिबंध समाप्त करने के निर्णय पर लापरवाही को स्वभाव का हिस्सा न बनाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अब सभी प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया जा रहा है, लेकिन कुछ नियमों के पालन आवश्यक होंगे।
मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश
-अब सामान्य रूप से विवाह समारोह हो सकेंगे, लेकिन परस्पर दूरी और मास्क के उपयोग का ध्यान रखा जाए।
-मेलों में दुकान वही दुकानदार लगा सकेंगे, जो वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं।
-सिनेमा देखने जाने, राशन की दुकान से सामग्री लेने के लिए दोनों डोज अनिवार्य हैं, यह सुनिश्चित करें ।
-प्रत्येक व्यक्ति द्वारा कोविड अनुकूल व्यवहार आवश्यक है।
-मास्क और यथासंभव परस्पर दूरी रखना है और असावधान नहीं होना है।
-शिक्षण संस्थाओं और छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को भी दोनों डोज आवश्यक हैं।
-शासकीय सेवकों को वैक्सीन के दोनों डोज अनिवार्य हैं। विभाग इसे सुनिश्चित करें।
-जिन जिलों में वैक्सीन के दूसरे डोज में कमी देखी गई है, वहां गति बढ़ाई जाए।
-31 दिसंबर तक कोविड से बचाव के लिए 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन करना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में सभी सहयोग प्रदान करें।