संस्कृत दिवस पर आकाशवाणी की विशेष पेशकश
नई दिल्ली, 02 अगस्त (हि.स.)। सोमवार को रक्षाबंधन के साथ ही विश्व संस्कृत दिवस भी है। इस विशेष अवसर को आकाशवाणी ने पहली बार कुछ अनूठे तरीके से प्रस्तुत करने की तैयारी की है।
विश्व संस्कृत दिवस (3 अगस्त) के अवसर पर आकाशवाणी केन्द्र से सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर 20 मिनट का एक विशेष प्रसारण होगा। आकाशवाणी के सभी केन्द्रों के साथ ही इसे 100.1 एफएम पर सुना जा सकेगा। इसे WWW.NEWSONAIR.COM पर भी सुना जा सकेगा और आकाशवाणी के यू-ट्यूब चैनल के साथ ही अधिकृत सोशल मीडिया अकांउट्स के जरिए भी इसका प्रसारण होगा। इस कार्यक्रम का 5 भाषाओं में भी रूपांतरण किया जाएगा, विशेषकर मराठी और गुजराती जैसी भाषाओं में जो संस्कृत के समान शब्द प्रयोग करती हैं।
‘बहुजन भाषा-संस्कृत भाषा” नामक इस कार्यक्रम में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ भाषा के विकास में संस्कृत के योगदान पर प्रकाश डालेंगे। उनके साथ विश्व के प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त संस्कृत दिवस पर आकाशवाणी दिनभर में अन्य कई विशेष आयोजन करने जा रहा है। संस्कृत भाषा में बनी दो फिल्मों- प्रियमांसं और पुण्यकोटि के विशेष अंशों का भी प्रसारण आकाशवाणी करेगा। इसके साथ विश्व के एकमात्र संस्कृत समाचार पत्र ‘सुधर्म’ के सम्पादकों से भी बातचीत प्रसारित की जाएगी।
यह संयोग ही है कि वर्तमान केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ प्रारंभ से ही संस्कृत भाषा के लिए अत्यंत आग्रही रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहते उन्होंने पहली बार संस्कृत को दूसरी राजभाषा का दर्जा दिया था। ऐसा करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य था। उनके मुख्यमंत्रित्व काल में ही उत्तराखंड में विश्व का पहला संस्कृत विश्वविद्यालय भी स्थापित हुआ था।
वहीं आकाशवाणी केन्द्र में अतिरिक्त महानिदेशक अतुल कुमार तिवारी इस सारी योजना के सूत्रधार हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय में सूचना अधिकारी रहे अतुल कुमार तिवारी ने जबसे आकाशवाणी का कार्यभार संभाला है। उनके निर्देशन में आकाशवाणी ने 4 जुलाई से संस्कृत साप्ताहिकी का प्रसारण शुरू किया है। प्रत्येक शनिवार सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर प्रसारित होने वाला यह कार्यक्रम भाषा और संस्कृति के विकास में संस्कृत के योगदान को सामने लाता है।