पटना, 18 मार्च (हि.स.)। बिहार से राज्यसभा के सभी पांचों उम्मीदवार बुधवार को निर्विरोध चुन लिए गए। इसमें जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के दो-दो तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक उम्मीदवार शामिल है। विजयी उम्मीदवारों में जदयू के हरिवंश नारायण सिंह, रामनाथ ठाकुर, भाजपा के विवेक ठाकुर, राजद के प्रेमचंद गुप्ता और अमरेंद्रधारी सिंह शामिल हैं। सभी को जीत के सर्टिफिकेट भी मिल गए।
पांचों उम्मीदवारों में अमरेंद्रधारी सिंह और विवेक ठाकुर पहली बार राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित होंगे, जबकि हरिवंश, रामनाथ ठाकुर और प्रेमचंद गुप्ता अभी राज्यसभा के सदस्य हैं। इन तीनों का कार्यकाल नौ अप्रैल को समाप्त हो रहा है। रामनाथ ठाकुर प्रसिद्ध समाजवादी व पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और विवेक ठाकुर भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर के पुत्र हैं।
दरअसल, अप्रैल में बिहार से राज्यसभा की पांच सीटें खाली हो रही हैं। पांच से अधिक उम्मीदवार होने की स्थिति में चुनाव कराया जाना था, लेकिन पांच उम्मीदवारों के ही नामांकन करने के कारण सभी निर्विरोध निर्वाचित कर दिए गए। राज्यसभा की सीटों के लिए 26 मार्च को मतदान होना था। नाम वापसी की अंतिम तिथि 18 मार्च थी, लेकिन दोपहर तीन बजे तक किसी के नाम वापस न लेने पर रिटर्निंग अफसर बटेश्वरनाथ पांडेय ने सभी उम्मीदवारों को जीत के प्रमाण पत्र सौंप दिए।
16 मार्च को हुई थी नामांकन पत्रों की जांच:
दो दिन पहले 16 मार्च को विधानसभा सचिव बटेश्वर नाथ पांडेय कक्ष में उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में नामांकन पत्रों की जांच की गई थी। सभी वैध पाए गए। बिहार एनडीए की ओर से जदयू के दोनों उम्मीदवारों ने 3-3 और भाजपा के एक उम्मीदवार ने चार सेटों में नामांकन दाखिल किया था। राजद की ओर से अमरेंद्रधारी सिंह ने तीन और प्रेमचंद गुप्ता की ओर से दो सेटों में नामांकन किए गए थे।