लखनऊ, 03 जनवरी (हि.स.)। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर शुरू हुए उपद्रव तो बहुत पहले ही शांत हो गया लेकिन पुलिस अभी भी सतर्क है। शुक्रवार को जुमा की नमाज को देखते हुए इस बार भी पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी है। लखनऊ, गोरखपुर, मेरठ सहित कई महानगरों में पुलिस ज्यादा सतर्कता बरत रही है। इसके साथ ही वामपंथी दलों के भारत बंद के आह्वान को देखते भी पुलिस काफी सतर्क है।
जुमे की नमाज पर कोई बवाल न हो इसको देखते हुए संवेदनशील जिलों में विशेष व्यवस्था की गयी है। इस बार सतर्कता का एक कारण यह भी है कि वामपंथी किसान संघों ने आठ जनवरी को बंद का आह्वान किया है। हालांकि पुलिस का मानना है कि वह कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है। लेकिन वे सीएए को भी मुद्दा बनाकर संयुक्त रूप से उपद्रव करने की योजना बना सकते हैं।
जुमे की नमाज के बाद ही सीएए के विरोध में प्रदेश में हिंसा व आगजनी की घटनाएं हुई थीं। इसके बाद 21 जिले संवेदनशील माने गए हैं। फिलहाल शुक्रवार को हालात सामान्य रहने की संभावना है। जिलों के प्रशासनिक तंत्र ने अपने स्तर से एहतियातन सुरक्षा इंतजाम किया है।
आगरा में पुलिस प्रशासन फिर भी चौकन्ना है। गुरुवार को कई जगह पुलिस अधिकारियों ने बैठकें की। इलाके के संभ्रांत लोगों को बुलाया गया। खुफिया विभाग की मानें तो अभी सबकुछ सामान्य है। पिछले दिनों कुछ मैसेज वायरल हुआ था। इसको लेकर 13 जनवरी तक चौकसी पर रहने को कहा गया है।
आगरा के एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि ताजनगरी के लोगों में विवाद को टालने की आदत है। यहां हमेशा जनता का सहयोग मिला है। पुलिस ने भी लोगों का भरोसा जीतने के हर संभव प्रयास किए हैं।