पटना, 30 नवम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एम्स-दीघा 12.5 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड सड़क का लोकार्पण किया। लोकार्पण के साथ ही इस सड़क पर वाहनों का परिचालन शुरू हो गया। साथ ही उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार की दूरी कम हो गई। इस रोड के शुरू होने से उत्तर और दक्षिण बिहार का संपर्क राजधानी पटना में प्रवेश किए बगैर हो पाएगा। साथ ही जाम से भी राहत मिलेगी।
लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस पुल के उद्घाटन से राजधानीवासियों का चिर-प्रतीक्षित सपना पूरा हो गया। यह राज्य की जनता को नई सरकार का पहली सौगात है। इसके शुरू होने से उत्तर बिहार की यात्रा सुगम होगी। उत्तर बिहार के लोगों को दक्षिण बिहार और एम्स पहुंचने में ज्यादा लंबी दूरी तय नहीं करनी होगी। अब जेपी सेतु की तरफ जाने वाले वाहनों को उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर समेत अन्य शहरों की ओर जाने में आसानी होगी। इसी तरह उत्तर बिहार से राजधानी पटना, एम्स, बिहटा, अरवल, जहानाबाद, गया और औरंगाबाद समेत अन्य शहरों में जाना आसान हो जाएगा। जाम में फंसे बिना वे कम समय में जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार में जनता को पहले काम के रूप में एलिवेटेड पुल की सौगात देने में काफी खुशी हो रही है। इस एलिवेटेड पुल को विशेष तौर पर बनाया गया है। एक नीचे सड़क है, इसके उपर एलिविटेड सड़क है, फिर एक एलिवेटेड सड़क है। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने भी इसकी तारीफ की है। नीतीश ने कहा कि इसका सुझाव मेरी ओर से ही दिया गया था। इसको 2018 तक ही होना था, लेकिन आरओबी बनने में देर लगी। इसके बाद रेल मंत्री और रेलवे के अधिकारियों से बातचीत करने के बाद काम में तेजी आई। लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री के साथ ही केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, उपमुख्यमत्री तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे, सांसद रामकृपाल यादव, दीघा विधायक संजीव चौरसिया और विधायक रीतलाल यादव मौजूद थे।
एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड से फायदा
- पटना सहित उत्तर बिहार की यात्रा सुगम होगी।
- उत्तर बिहार के लोगों को एम्स पहुंचने और दक्षिण बिहार जाने में ज्यादा लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
- दीघा सेतु से बिहटा की तरफ जाने वाले वाहन अब पटना शहर के जाम नहीं झेलेंगे।
- 4. अशोक राजपथ के दीघा थाने के पास से एलिवेटेड रोड पर चढ़ने का विकल्प है।
- 5. गाड़ियां रेलवे लाइन पार कर शहर के दक्षिणी हिस्से में एम्स गोलंबर के पास पहुंचेगी।
- उत्तर बिहार से पटना, बिहटा, एम्स, अरवल, औरंगाबाद जाने में होगी आसानी।
25 मीटर ऊंचा है बिहार का सबसे लंबा एलिवेटेड पथ
1289.25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 12.27 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड पथ बिहार का सबसे लंबा एलिवेटेड पथ है। पटना-दिल्ली रेललाइन के ऊपर 106 मीटर लंबा रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) इंजीनियरिंग का अनूठा नमूना है। नेहरू पथ पर पूर्व से निर्मित आरओबी के कारण एलिवेटेड पथ की ऊंचाई लगभग 25 मीटर है। इसका निर्माण काफी चुनौतीपूर्ण था। उसे भी सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया।
सीएम नीतीश कुमार ने नवम्बर 2013 में किया था शिलान्यास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवम्बर 2013 में इसका शिलान्यास किया था। इसे बनवाने की सोच भी उनकी ही थी। इसका निर्माण अक्टूबर 2016 तक पूरा कर लेना था। हालांकि, कुछ समस्याओं के कारण इसके निर्माण में सात साल लग गए।