पटना, 07 अक्टूबर (हि.स.) । बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड को मुकाबला देने के लिए बड़े दांव खेलने शुरू कर दिए हैं। चिराग पासवान ने बुधवार को जदयू की एक और सीट पर उम्मीदवार फाइनल कर दिया है। पालीगंज विधानसभा सीट से भाजपा की पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेत्री उषा विद्यार्थी लोजपा की उम्मीदवार होंगी। वर्ष 2005 में एनडीए-1 की सरकार में सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री रहे श्री भगवान सिंह कुशवाहा ने भी जदयू छोडकर लोजपा का दामन थाम लिया है। लोजपा ने भगवान सिंह कुशवाहा को भोजपुर की जगदीशपुर विधानसभा सीट से उन्हें लोजपा का सिम्बल भी प्रदान कर दिया है।
उषा विद्यार्थी पालीगंज से ही भाजपा की विधायक रह चुकी हैं, लेकिन यह सीट एनडीए के सीट बंटवारे में जदयू के खाते में चली गई है। यहां पर जदयू ने जयवर्धन सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया है। जयवर्धन यादव चुनाव से ठीक पहले राजद छोड़कर जदयू में आ गए हैं लेकिन लोजपा ने जदयू को चुनौती देने के लिए उषा विद्यार्थी को अपना उम्मीदवार बनाया है। उधर, विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया है। जदयू नेता भगवान सिंह कुशवाहा को लोजपा ने जगदीशपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है। भगवान सिंह कुशवाहा ने भी जदयू से इस्तीफा देकर लोजपा का सिंबल लेकर चुनावी मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने एक झटके में पार्टी को अलविदा कह दिया है। हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि मैंने मंगलवार की रात ही लोजपा का सिंबल ले लिया है। उनपर चिराग पासवान ने भरोसा जताया है। कुशवाहा ने कहा कि चिराग पासवान ने कहा है कि हमलोगों की लड़ाई भाजपा के साथ नहीं है। हमारी लड़ाई जदयू के साथ है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर इस बात का भरोसा नहीं किया जा सकता कि वह विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ रहेंगे या नहीं क्योंकि वह कई बार सबको धोखा दे चुके हैं। कई बार वह केंद्र सरकार के कई अहम फैसलों का भी विरोध कर चुके हैं। इसलिए नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।