65 प्रतिशत से अधिक छात्रों की उपस्थिति कोरोना के बाद केन्द्रीय विद्यालयों में
नई दिल्ली, 15 फरवरी (हि.स.)। देशभर के केन्द्रीय विद्यालयों ने विभिन्न कक्षाओं के अपने छात्रों के साथ पठन-पाठन का काम शुरू कर दिया है। अभिभावकों की सहमति से 65 प्रतिशत से अधिक छात्र स्कूलों में जाकर पढ़ाई कर रहे हैं।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि गृह मंत्रालय और राज्य सरकारों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप केन्द्रीय विद्यालयों को पिछले साल अक्टूबर के महीने से चरणबद्ध रूप से खोला जा रहा है। देशभर के सभी केन्द्रीय विद्यालयों से 11 फरवरी को एकत्र आंकड़ों के अनुसार 9वीं कक्षा के औसतन 42 प्रतिशत छात्र, 10वीं कक्षा के 65 प्रतिशत छात्र, 11वीं कक्षा के 48 प्रतिशत छात्र और 12वीं कक्षा के 67 प्रतिशत छात्र स्कूलों में उपस्थित हो रहे हैं।
इन आंकड़ों से संकेत मिलता है कि छात्रों की उपस्थिति में दिन प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। जिन राज्य सरकारों ने जूनियर कक्षाओं के लिए भी स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है, वहां भी कुछ केन्द्रीय वि़द्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई शुरू हो गई है। छात्रों अथवा अभिभावकों की किसी भी शंका का समाधान करने के लिए स्कूलों ने माता-पिता और अभिभावकों के साथ नियमित संपर्क करना शुरू कर दिया है।
छात्रों को उनके अभिभावकों की पूर्व अनुमति से ही स्कूलों में उपस्थित होने की मंजूरी दी जा रही है। राज्य और केन्द्र सरकारों द्वारा जारी एसओपी का कोरोना महामारी के दृष्टिकोण से पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। सभी केन्द्रीय विद्यालयों को स्पष्ट सलाह दी गई है कि वे विभिन्न कक्षाओं के छात्रों के लिए अलग-अलग समय तय करें और उनका पालन करें। इसके साथ ही पर्याप्त सुरक्षा उपाय तथा कक्षाओं में उचित शारीरिक दूरी का भी पालन करें। हालांकि, जो छात्र स्कूल में उपस्थित नहीं हो रहे हैं, उनके लिए ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प भी खुला है। छात्र विभिन्न डिजिटल मंचों के जरिये अपने अध्यापकों के संपर्क में भी हैं।