जलालाबाद में तालिबान को निशाना बनाकर बम धमाका, दो की मौत, अफगानिस्तान में बदतर हुए हालात
काबुल, 20 सितंबर (हि.स.)। तालिबान की वापसी के बाद अफगानिस्तान में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। तालिबान और हक्कानी के बीच आपसी खींचतान के साथ आईएसआईएस की विध्वंसक गतिविधियों के कारण हालात बदतर हो चुके हैं जो यहां के नागरिकों के लिए किसी बुरे सपने जैसा है। एक रिपोर्ट के अनुसार नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर में रविवार को एक बस स्टेशन पर बम धमाका हुआ जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गई है।
जानकारी के अनुसार यह हमला तालिबान को निशाना बनाकर किया गया था, जिसमें एक तालिबानी लड़ाका घायल हुआ है।
इससे पहले शनिवार को पूर्वी नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर में तालिबान को निशाना बनाकर तीन बम धमाके किए गए जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 21 घायल हो गए थे। ये बम धमाके तब हो रहे हैं जब तालिबान ने लोगों को उनके जीवन और संपत्ति की सुरक्षा का भरोसा दिया है।
इस बीच पाकिस्तान में मौजूद संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी की हाई कमिश्नर फिलिपो ग्रांडी ने कहा है कि अफगानिस्तान में मानवीय स्थितियां बहुत ही खराब हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तत्काल मदद के लिए आगे आना चाहिए।
वहीं, कतर के सहयोग से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अफगानिस्तान में 8.7 मीट्रिक टन दवाई की मदद भेजी है। इसमें अधिकांश जीवन रक्षक दवाइयां हैं। यह विमान शनिवार को काबुल पहुंचा।
तेल के दाम में भारी बढ़ोतरी
काबुल और अफगानिस्तान के अन्य क्षेत्रों में तालिबान सरकार के आने के बाद तेल कंपनियों ने मनमानी शुरू कर दी है। ये कंपनियां कीमत से ज्यादा दाम वसूल रही हैं। जनता ने तालिबान सरकार से इन कंपनियों पर अंकुश लगाने की अपील की है।