पंजशीर पर कब्जे को लेकर दावे और खंडन खेल जारी
काबुल, 07 सितंबर (हि.स.)। अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत पर कब्जे को लेकर लगातार हमलावर तालिबान ने सोमवार को पूरी तरह से कब्जे का ऐलान किया, लेकिन दिन ढलने के साथ ही नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट आफ अफगानिस्तान (एनआरएफए) ने इस दावे को खारिज किया है।
पंजशीर के नेता अहमद मसूद की अगुआई वाले इस गठबंधन बल ने कहा कि तालिबान ने झूठा दावा किया है। वहीं तालिबान ने सोमवार को कहा कि वह पाकिस्तान सहित किसी भी देश को अफगानिस्तान के अंदरूनी मामलों में दखल देने की अनुमति नहीं देगा, जबकि सभी को मालूम है कि पाकिस्तान तालिबान की हरसंभव मदद कर रहा है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख फैज हमीद और तालिबान के प्रमुख नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की मुलाकात इसकी पुष्टि करते हैं कि दोनों एक-दूसरे के लिए कितने खास हैं।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने कहा कि समूह पाकिस्तान सहित किसी भी देश को अफगानिस्तान के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप की अनुमति नहीं देगा। मुजाहिद ने यह भी कहा कि पूरा पंजशीर तालिबान लड़ाकों के कब्जे में आ गया है। इस जीत के साथ हमारा देश युद्ध से बाहर निकल गया है।
तालिबान प्रवक्ता ने यह भी दावा कि मसूद और पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह भागकर पड़ोसी देश ताजिकिस्तान चले गए हैं। सोशल मीडिया पर भी कई तस्वीरें पोस्ट की गई हैं, जिसमें पंजशीर के गवर्नर हाउस के गेट पर तालिबान सदस्य दिखाई देते हैं।
वहीं पंजशीर में तालिबान से मुकाबला करने वाले नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान (एनआरएफए) के विदेश मामलों के प्रमुख अली मैसम नाजरी ने कहा कि तालिबान की जीत का दावा झूठा है और एनआइएफए बलों का संघर्ष जारी है जबकि मसूद ने एक ट्विटर संदेश में बताया कि वह सुरक्षित हैं।
मुल्ला हसन अखुंद होंगे सरकार के मुखिया
तालिबान ने अफगानिस्तान में नई सरकार के गठन का जल्द ऐलान करने का भरोसा दिलाया है। जानकारी के मुताबिक तालिबान ने अपने नेता मुल्ला हसन अखुंद को नई सरकार का मुखिया नामित कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हिबातुल्ला अखुंदजादा ने ही अखुंद के नाम का प्रस्ताव किया। अखुंद भी कंधार के रहने वाले हैं। मुल्ला बरादर अखुंद और मुल्ला अब्दुस सलाम दोनों मुल्ला हसन अखुंद के नीचे काम करेंगे। पहले बरादर को नई सरकार का मुखिया होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख सिराजुद्दीन हक्कानी को देश का गृह मंत्री बनाए जाने की खबर है। जबकि, तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के पुत्र मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्री बनाया जाएगा।
चीन, पाक, रूस, ईरान, कतर व तुर्की को न्योता
तालिबान की तरफ से नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान, चीन, रूस, ईरान, कतर और तुर्की जैसे देशों को न्योता भेजे जाने की खबर है। सोमवार को इस बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि फिलहाल उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। बता दें कि चीन तालिबान के साथ मिलकर काम कर रहा है और उसने पाकिस्तान और रूस के साथ काबुल में अपने दूतावास को चालू रखा है।
पंजशीर पर हमले की ईरान ने की आलोचना
ईरान ने पंजशीर पर तालिबान के हमले की आलोचना की है। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘पंजशीर का राजनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए। अफगानिस्तान के इस प्रांत पर तालिबान का कब्जा अंतरराष्ट्रीय और मानवीय कानूनों के तहत स्वीकार्य नहीं है।
आडियो जारी कर अहमद मसूद ने किया तालिबानी दावे का खंडन, पाक पर निशाना
पंजशीर में तालिबान से मुकाबला करने वाले नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट आफ अफगानिस्तान (एनआरएफए) ने पंजशीर पर कब्जे के दावे को खारिज किया है। पंजशीर के नेता अहमद मसूद की अगुआई वाले इस गठबंधन बल ने कहा कि तालिबान ने झूठा दावा किया है। एनआरएफए बल प्रांत के सभी अहम मोर्चो पर अब भी काबिज हैं। मसूद ने लोगों से तालिबान के खिलाफ उठने का आह्वान किया है। अहमद मसूद ने आडियो संदेश में पाक पर भी निशाना साधा।
मसूद ने कहा है कि हर देश पाकिस्तान की संलिप्तता से वाकिफ है, लेकिन फिर भी हर देश खामोश है। मसूद ने कहा है कि रेजिस्टेंस फ्रंट के लड़ाके अजेय हैं। उन्होंने पंजशीर में पाकिस्तान और तालिबान की ओर से बमबारी किए जाने की पुष्टि की। इस बीच पंजशीर के लड़ाकों और नॉर्दर्न अलायंस की सेना ने अहमद मसूद के नेतृत्व में पूरे अफगानिस्तान में विद्रोह की घोषणा कर दी है।
मसूद ने कहा है कि पाकिस्तान ने पंजशीर में अफगानों पर सीधे हमला किया। संदेश में कहा है कि पंजशीर में अभी भी रेजिस्टेंस फोर्स मौजूद है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पंजशीर में अफगानों पर हमला किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय चुपचाप देखता रहा। अहमद मसूद ने कहा है कि वे खून की आखिरी बूंद तक हार नहीं मानेंगे। अहमद मसूद ने कहा है कि हम तालिबान के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। मसूद ने तालिबान पर पाकिस्तान की मदद से बर्बर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि तालिबान नहीं बदला है। वह अब अधिक दमनकारी, क्रूर, चरमपंथी और अधिक हिंसक हो गया है।
1,500 तालिबान लड़ाकों को बनाया बंधक
नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट आफ अफगानिस्तान (एनआरएफए) ने रविवार को 1,500 तालिबान लड़ाकों को बंधक बनाने का दावा किया। अलजजीरा ने बताया कि इस विपक्षी बल ने घाटी में तालिबान के सैकड़ों लड़ाकों को घेर लिया है।