दावा : अफगानिस्तान छोड़ते समय अमेरिका ने तालिबान को नहीं किया था कोई भुगतान
वाशिंगटन, 30 सितम्बर (हि.स.)। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका ने पहले से निर्धारित 31 अगस्त से पहले अफगानिस्तान को छोड़ दिया था, लेकिन इसके लिए उसने तालिबान को किसी तरह का कुछ भी भुगतान नहीं किया था।
यह बात चीफ ऑफ स्टाफ के अमेरिकी अध्यक्ष जनरल मार्क मिले और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कही है। उन्होंने कहा कि काबुल से निकासी के दौरान तालिबान को अमेरिका की ओर से धन का भुगतान नहीं किया गया था। बुधवार को सीनेट के दौरान शीर्ष पेंटागन अधिकारियों ने बताया कि उनको ऐसे किसी भुगतान करने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
ऑस्टिन ने अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी मामले में सुनवाई कर रही यूएस सीनेट आर्म्ड सर्विसेज कमेटी से कहा कि मेरी जानकारी में ऐसा नहीं हुआ। मिले ने भी यही कहा कि तालिबान को अमेरिकी सरकार की ओर से किसी रूप में धन दिए जाने की जानकारी मुझे नहीं है।
ऑस्टिन ने बताया कि अमेरिका ने 70,000-80,000 लोगों के निकासी की योजना बनाई थी। हमने 124,000 से अधिक लोगों को काबुल से सुरक्षित निकाला। एक भी सैन्य एयरक्राफ्ट ईंधन, मेंटेनेंस या किसी अन्य कारण से नहीं छूटा। अमेरिकी इतिहास में अब तक का यह सबसे बड़ा एयरलिफ्ट था जो 17 दिनों की अवधि में पूरा हुआ। 15 अगस्त को समूचे अफगानिस्तान पर तालिबान के काबिज होते ही वहां से निकासी अभियान शुरू हो गया। विभिन्न देशों ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के अलावा विदेशी नागरिकों को सुरक्षित निकालने में मदद की।