हरिद्वार, 14 अप्रैल (हि.स.)। कुंभ पर्व का मुख्य शाही स्नान आज हुआ। स्नान पर्व पर सभी तरह अखाड़ों ने स्नान किया। स्नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए थे। इंतजाम ऐसे कि केवल किसी तरह से मेला निपट जाए। मेले के दौरान जिस कोरोना से सुरक्षा के दावे किए गए उसकी धज्जियां स्नान पर्व के दौरान देखने को मिली। शाही स्नान में अधिकांश संत व उनके अनुयायी ऐसे थे, जिन्होंने दो गज दूरी के पालन की बात तो दूर, माॅस्क तक नहीं लगाया हुआ था।
रविवार को कोरोना संक्रमित पाए गए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि के साथ सम्पर्क में आने वालों को भी खुली छूट दी गयी। उधर, रविवार को नरेन्द्र गिरि के सम्पर्क में आने वाले यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव कोरोना संक्रमित पाए गए हैं जबकि कुछ संत व अधिकारी ऐसे हैं, जो लगातार नरेन्द्र गिरि के सम्पर्क में आए और अस्पताल में भर्ती होने के दौरान भी उनसे मिलने के लिए गए। ऐसे संतों और अधिकारियों ने न तो अपनी जांच करायी और न ही स्वंय को आइसोलेट किया। इस सबके बावजूद वे शाही स्नान करने के लिए जमात के साथ पहुंचे।
लोगों का कहना है कि जिस प्रकार अखिलेश यादव कुछ पल नरेन्द्र गिरि के सम्पर्क में आने के बाद कोरोना संक्रंमित हो गए, ऐसे में जो लगातार नरेन्द्र गिरि से मिलते रहे, उनकी जांच क्यों नहीं की गयी? यदि इनमें से कोई संक्रमित पाया जाता है तो वह कितनों को बीमार करेगा, इसका अंदाजा न तो मेला प्रशासन ने लगाया और न ही उनके सम्पर्क में आने वालों ने।