नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रजंन चौधरी ने स्वामी विवेकानंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना को गंगा से ‘नाली’ की तुलना करने जैसा बताकर एक नया विवाद पैदा कर दिया है। हालांकि उन्होंने विवाद बढ़ता देख इस पर माफी मांगते हुए कहा कि उनकी हिन्दी ठीक नहीं है और उनका मतलब चैनल से था।
अधीर रंजन चौधरी ने माफी मांगते हुए कहा कि यह महज गलतफहमी है। उन्होंने ‘नाली’ नहीं कहना चाहा था। अगर प्रधानमंत्री मोदी इसके चलते आहत हैं तो उन्हें खेद है। उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था। प्रधानमंत्री इससे आहत हैं तो वह व्यक्तिगत रूप से उनसे माफी मांगेंगे। उनकी हिन्दी अच्छी नहीं है, ‘नाली’ से उनका मतलब चैनल से था।
उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद ने प्रधानमंत्री की तुलना स्वामी विवेकानंद से की थी क्योंकि दोनों के नाम में समानता है। इससे बंगाल की भावनाएं आहत हुईं हैं। उन्होंने कहा कि वह ऐसा जारी रखेंगे तो वह कहेंगे कि आप गंगा की तुलना ‘नाली’ से कर रहे हैं।
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान चौधरी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘बड़े सेल्समैन’ और इस चुनाव में अपने उत्पाद को बेचने में सफल रहे हैं। वहीं कांग्रेस अपना उत्पाद बेचने में विफल रही।