एडीबी ने वित्‍त वर्ष 2020-21 में 4 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का जताया अनुमान

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नई दिल्‍ली, 03 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना के कहर का असर भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था पर भी पड़ना लाजिमी है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने शुक्रवार को अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2020 में भारत की आर्थिक विकास दर घटकर महज 4 फीसदी रह सकती है। गौरतलब है कि इसके पहले कई रेटिंग एजेंसियों ने सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) ग्रोथ के अनुमान में बदलाव कर चुकी है। दरअसल देश व दुनिया में कोरोना की वजह से अर्थव्‍यवस्‍था को तगड़ा झटका लगा है।

गौरतलब है कि इसके पहले कई रेटिंग एजेंसियों ने भी भारत के जीडीपी ग्रोथ के  अनुमान में बदलाव कर चुकी है। दरअसल पिछले साल आई सुस्ती के बाद से ही भारत की विकास दर धीमी रही है, हालांकि एडीबी ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी ग्रोथ बढ़कर 6.2 फीसदी तक पहुंच सकती है।

एडीबी के अध्यक्ष मसात्सुगु असाकावा ने कहा कि कई बार चुनौतीपूर्ण वक्‍त का सामना करना पड़ता है। कोविड-19 से विश्वभर में लोगों की जिंदगियां प्रभावित  हुई है। वहीं, उद्योग एवं अन्य आर्थिक गतिविधियां भी बाधित हो रही है। बैंक   ने अपने ‘एशियन डेवलपमेंट आउटलुक’ (एडीओ) 2020 में कहा है कि भारत में जीडीपी की वृद्धि वित्त वर्ष 2020-21 में घटकर 4 फीसदी रह सकती है।

उल्‍लेखनीय है कि भारत सरकार के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने भी  वित्त वर्ष 2019-20 में सिर्फ 5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रखने का अनुमान जाहिर किया है। वहीं, सरकार के आर्थ‍िक सर्वे में वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी ग्रोथ  रेट 6-6.5 फीसदी के बीच रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अगले वित्त वर्ष 2020-21 में 6 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट रहने  की बात कही है। इसके अलावे कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत के विकास दर के अनुमान को पहले ही घटा दिया है।

 


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