भिलाई स्टील प्लांट में हादसा,प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
रायपुर/ भिलाई, 9 नवंबर (हि.स.)।भिलाई इस्पात संयंत्र में सोमवार देर रात हुए बड़े हादसे में संयंत्र के छह कर्मी झुलस गए हैं। सयंत्र के कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि हादसा प्रबंधन की लापरवाही के चलते हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक कर्मी को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, वहीं गंभीर रूप से घायल पांच कर्मियों का उपचार सेक्टर नौ स्थित अस्पताल में किया जा रहा है।
दुर्घटना संयंत्र के एम आर डी यूनिट 2 में हुई। सयंत्रकर्मियों का आरोप है कि हादसा प्रबंधन की लापरवाही के चलते हुआ है। मजदूरों को बिना सुरक्षा कास्टयूम के गरम स्लैग में पानी डालने के लिए भेज दिया गया । जैसे ही मजदूरों ने स्लैग में पानी डाला उसमें विस्फोट हो गया।
जानकारी के मुताबिक सोमवार रात करीब 8.30 बजे एमआरडी यूनिट-2 में प्रोडक्शन का काम चल रहा था। इस दौरान वहां बड़ी मात्रा में गरम राखड़ निकली थी। इसको ठंडा कर बैठाने के लिए कुछ मजदूरों को लगाया था। यह जानते हुए भी कि राखड़ में पानी डालने से उसमें ब्लास्ट होता है ,मजदूरों को बिना सेफ्टी कास्टयूम भेज दिया गया। इस दौरान ऑपरेटर ने कंटेनर को पलटा। नीचे पानी जमा था, जिसमें राखड़ के गिरने के बाद जोरदार धमाका हुआ और गरम छींटों ने छह मजदूरों को चपेट में ले लिया। सबसे अधिक प्रभावित ठेका श्रमिक क्रेन ऑपरेटर मनीष कुमार साहू हुआ है। उसका पेट बुरी तरह झुलस गया है। पांच मजदूरों की खराब स्थिति देख उपचार के लिए सेक्टर-9 स्थित अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है।
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के अनुसार इस दुर्घटना में चार कर्मी घायल हुए है, जिनमे से तीन को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया है। घायल कर्मियों में मनीष कुमार साहू (41) ठेका श्रमिक क्रेन ऑपरेटर, पी राजू नायर (47), मैथी अलगन (58), विजय कुमार डोलई (38), रजनीश कुमार चौहान (31) शामिल हैं। इनमें मनीष कुमार साहू 65 प्रतिशत तक झुलसा है।उसकी हालत गंभीर है ।