सराहनीय पहल : घरों में कैद छात्रों की रचनात्मकता को डिजिटल उड़ान दे रहा अभाविप

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अभाविप का ऑनलाइन प्रतियोगिता कार्यक्रम कोरोना के खिलाफ जागरुकता की मुहिम



नई दिल्ली, 02 अप्रैल (हि.स.)। चीन के वुहान से विश्वभर में फैली कोरोना महामारी के खिलाफ भारत में रक्षात्मक कदम के तहत लॉकडाउन लगा हुआ है। इस देशव्यापी तालाबंदी के दौरान घरों में बंद छात्रों को क्रियाशील रखने तथा उनकी रचनात्मकता को बनाए रखने की मंशा से देश के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) ने ऑनलाइन प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रम से युवाओं को जोड़ने में लगा है। देशभर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को घर बैठे एक प्लेटफॉर्म दे रहा है, जिससे जुड़कर युवा सार्थक एवं रचनात्मक कार्य के जरिए लोगों को कोविड-19 के प्रति लोगों को जागरूक करने की मुहिम में सहभागी भी होंगे।
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधी त्रिपाठी का कहना है कि संगठन की सारी कोशिश लॉकडाउन के दौरान शैक्षणिक कार्य प्रभावित नहीं होने देने की मंशा से इस प्रकार के कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। साथ ही परिषद का यह प्रयास कोरोनो के खिलाफ युवाओं की मदद से जानगरुकता मुहिम चलाने का भी है।
विद्यार्थी परिषद की इस पहल में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) तथा राष्ट्रीय कला मंच उनके साथ है। इनके संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न विश्वविद्यालयों में ‘ऑनलाइन पोस्टर तथा वीडियो मेकिंग’ जैसी प्रतियोगिता आयोजित की गई है। वहीं तालाबंदी के दौरान 20 से अधिक पाठ्यक्रमों के ऑनलाइन क्लासेस की भी व्यवस्था की गई है।
इस क्रम में दिल्ली अभाविप ने रेमिडल क्लासेज शुरू की हैं, जिसमें जेएनयू और डीयू के असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर छात्रों की मदद कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य प्रांत भी विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन प्रतियोगिताएं करवा रहे हैं। साथ ही ‘रीड द बुक’ मुहिम के तहत एक दिन में किताब खत्म करने का चैलेंज है, जिसमें कई लोगों ने सहभागिता की है।
परिषद की मेघालय ईकाई राज्य में 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए गणित की ऑनलाइन क्लासेज चला रही है। जबकि अरुणाचल प्रदेश इकाई द्वारा जिला प्रशासन का सहयोग कर शैक्षणिक पाठ्यक्रम को ऑनलाइन चलाने का काम किया जा रहा है।
जम्मू कश्मीर की डोडा इकाई द्वारा दुकानों के बाहर एक-एक मीटर की दूरी पर गोला बनाकर लोगों को सोशल डिस्टेंस के प्रति जागरूक किया जा रहा है। साथ ही लगभग 2000 हजार स्वयंसेवकों की सूची प्रशासन को सौंपी गई है ताकि वह छात्रों की मदद ले सकें।
झारखंड में अभाविप द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए ऑनलाइन कोचिंग चलाई जा रही है, जिससे के छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधी त्रिपाठी ने कहा कि भारत में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मदी द्वारा 21 दिन के लॉकडाउन के बाद से देशभर के छात्रों को हो रही परेशानी को दूर करने को लेकर हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। जिला स्तर तक की गई इस व्यवस्था में छात्र अपनी सभी समस्या का समाधान पा सकेंगे। इसके अलावा हर राज्य में अभाविप ने फूड पैकेट, सैनेटाइजर, मास्क और अन्य उपयोगी सामान का वितरण भी किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि छात्रों की रजिस्ट्रेशन फीस माफ करने, किराये पर रहने वाले छात्रों की समस्याओं के निरावण के लिए सेवानिवृत्त टीचर और सेवारत टीचर की समिति गठित करने जैसे विषय को लेकर केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को ई-मेल के माध्यम से एक ज्ञापन भी भेजा गया है।
वहीं डूसू उपाध्यक्ष प्रदीप तंवर ने कहा है कि डूसू द्वारा उपचारात्मक कक्षाओं के लिए लगातार छात्रों ने संपर्क किया जा रहा है। छात्रों को ईमेल के माध्यम से पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। इस दौरान छात्रों से संपर्क कर उनके सवाल पूछने तथा संबंधित विषय के प्राध्यापकों से ऑनलाइन जवाब/समाधान दिलाने का प्रयास जारी है।
राष्ट्रीय कलामंच के राष्ट्रीय संयोजक ध्रुव कांडपाल ने पेंटिंग और वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता के बारे में कहा कि बच्चे खुश हैं। 8वीं से 12वीं कक्षा तक की जूनियर व सीनियर लेवल की इस प्रतियोगिता का लोग दिल खोलकर स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 6 से 10 अप्रैल तक चलने वाली इस प्रतियोगिता के लिए 5 अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। इस प्रतियोगिता का निर्णय 60 फीसदी फेसबुक लाइक्स और कमेंट द्वारा तथा 40 फीसदी निर्णय बोर्ड टीम करेगी। परिणाम की घोषणा 14 अप्रैल को की जाएगी।
अभाविप के अवध प्रदेश (लखनऊ) के प्रदेश मंत्री अंकित शुक्ला ने कहा कि इस कोरोना महामारी के दौरान अभाविप छात्रों एवं सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। लॉकडाउन के इस पीरियड में अंबेडकरनगर, गोंडा, अयोध्या महानगर, लखनऊ महानगर, हरदोई, रायबरेली इत्यादि जिलों में कार्यकर्ताओं ने छात्रों एवं जरूरतमंद नागरिकों को राशन, फूड पैकट व अन्य आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है। साथ ही लखनऊ महानगर में प्राइवेट हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को भोजन के पैकेट भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
वहीं बिहार प्रदेश मंत्री लक्ष्मी ने कहा कि कोविड-19 महामारी की समस्या से निपटने के लिए अभाविप बिहार द्वारा हर मुमकिन सहायता लोगों तक पहुंचाने का प्रयास जारी है। बिहार के सभी जिलों में हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है और जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री के साथ सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


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