कोरोना वायरस से दुनियाभर में 2.5 करोड़ नौकरियों पर संकट: संयुक्त राष्ट्र
नई दिल्ली, 19 मार्च (हि.स.)। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक एजेंसी ने गुरुवार को आशंका जताई है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से दुनिया भर में करीब 2.5 करोड़ नौकरियां खत्म हो सकती हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित नीतिगत कार्रवाई वैश्विक बेरोजगारी पर कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती है।
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने ‘कोविड-19 और कामकाजी दुनिया, प्रभाव और कार्रवाई’ शीर्षक वाली अपनी प्रारंभिक मूल्यांकन रिपोर्ट में काम करने की जगह (कार्यस्थल) में श्रमिकों की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था को मदद और रोजगार तथा आमदनी को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने के साथ-साथ बड़े पैमाने पर समन्वित उपाय का आह्वान किया है।
आईएलओ ने एक रिपोर्ट में कहा है कि इन उपायों में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना, रोजगार बनाए रखने में सहायता (यानी कम अवधि का काम, वैतनिक अवकाश, अन्य सब्सिडी) और छोटे तथा मझोले उद्योगों के लिए वित्तीय और कर राहत शामिल हैं। इसके अलावा आईएलओ ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते पैदा हुए आर्थिक और श्रम संकट से दुनिया भर में करीब 2.5 करोड़ लोग बेरोजगार हो सकते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि 2008 में जैसा संकट देखा गया था, अगर हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित नीतिगत कार्रवाई पर गंभीरतापूर्वक अमल करें तो वैश्विक बेरोजगारी पर प्रभाव बहुत कम हो सकता है।