एडी सिंह के राजद से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित होते ही अभयानंद ने किया सुपर-30 से किनारा
पटना, 12 मार्च (हि.स.) । बिहार से राज्यसभा की पांच सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच देश के चर्चित पुलिस अधिकारियों में शुमार रहे अभयानंद ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला ले लिया। उन्होंने अपने नाम से संचालित अभयानंद सुपर-30 से खुद को अलग करने का एलान कर दिया। दरअसल, अभयानंद गरीब बच्चों को आईआईटी जैसी देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान में नामांकन दिलाने के लिए जिस अभयानंद सुपर-30 का संचालन कर रहे थे, उससे राष्ट्रीय जनता दल से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार घोषित किए गए अमरेन्द्र धारी सिंह भी जुड़े हैं। अमरेन्द्र धारी सिंह के राज्यसभा उम्मीदवार बनते ही उन्होंने खुद को इस अभियान से अलग कर लिया।
अभयानंद ने सुपर-30 से खुद को अलग करने का एलान अपनी फेसबुक वाल से किया है। उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखा है कि मैं मूलत: एक शिक्षक हूँ और अपने जीवनकाल में जब भी किसी ने मेरी सेवा लेनी चाही, मैंने कभी ना नहीं किया लेकिन इस शर्त के साथ कि कोई सहयोगी कहीं से भी मेरे नाम का कोई राजनितिक उपयोग नहीं कर सके। उन्होंने आगे लिखा है कि अभयानंद सुपर-30 के कर्ता-धर्ता अब एक राजनीतिक दल के साथ परोक्ष रूप से जुड़ गए हैं। फिर इस स्थिति में चल रहे अभयानंद सुपर-30 के नाम से खुद का नाम हटा रहा हूं। अभयानंद ने बात करते हुए कहा कि अब अमरेन्द्र धारी सिंह एक राजनीतिक दल से जुड़ चुके हैं और ऐसे में उनके साथ मेरा जुड़ा रहना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने इस संकल्प के साथ गरीब और समाज के सबसे पिछली पंक्ति के बच्चों को पढ़ाना शुरू किया था कि यह उनकी नि:स्वार्थ सेवा है। वह भी इस शर्त के साथ कि मुझे समाज ने जो कुछ भी दिया है उसके बदले मैं भी समाज को कुछ दूं। बता दें कि अभयानंद ने ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर-30 से भी खुद को अलग कर लिया था। उन्होंने इस फिल्म के निर्माता-निदेशक को पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उनकी फिल्म में मेरे सम्बन्ध में कुछ भी न दिखाया जाए। तब अभयानंद और आनंद कुमार के बीच सम्बन्ध भी अच्छे नहीं रहे थे। यही कारण है कि सुपर-30 फिल्म में केवल आनंद और उसके परिवार की ही कहानी दिखाई गई थी ,फिल्म में आईजी अंकल (सुपर-30 के बच्चे अभयानंद को इसी नाम से संबोधित करते थे) का कोई जिक्र नहीं था। बता दें कि सुपर-30 में अभयानंद बच्चों को फिजिक्स पढ़ाते थे।