दिल्ली के विश्वविद्यालयों में फीस वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन करेगा विद्यार्थी परिषद
नई दिल्ली, 31 दिसम्बर (हि.स.)। दिल्ली के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में हर वर्ष हो रही फीस बढ़ोत्तरी छात्रों के लिए उच्च शिक्षा क्षेत्र तक पहुंचने में बड़ी बाधा बन रही है। इस संबंध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) आने वाले महीनों में दिल्ली के विभिन्न उच्च शैक्षणिक संस्थानों में फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन करेगा।
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने शिक्षा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विषयों को लेकर गुरुवार को एक प्रेस वार्ता की। इसमें अभाविप के नागपुर अधिवेशन में पारित प्रस्तावों के विषय में जानकारी साझा की गई। अभाविप पदाधिकारियों ने बताया कि हाल ही में संपन्न हुआ अभाविप का 66वां राष्ट्रीय अधिवेशन विभिन्न कारणों से अभूतपूर्व रहा है। 2907 स्थानों पर एक लाख से अधिक गांव, कस्बों तथा महानगरों के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने प्रत्यक्ष एवं आभासी माध्यमों से अधिवेशन में सहभागिता की।
अभाविप ने शिक्षा क्षेत्र तथा युवाओं से जुड़े विषयों के साथ-साथ राष्ट्रीय महत्व से जुड़े विषयों पर क्रमशः राष्ट्रीयता का भाव परिलक्षित करती राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हो शीघ्र क्रियान्वयन, राष्ट्रीय परिदृश्य, आत्मनिर्भरता से समृद्धि की ओर अग्रसर भारत, विशिष्ट संस्कृति व जीवन पद्धति के द्वारा कोरोना महामारी से विजय पाता भारत, इन शीर्षकों से चार प्रस्तावों को पारित कर इनके माध्यम से महत्वपूर्ण विचार तथा अभाविप की भावी योजनाओं को रखा है। इन प्रस्तावों के माध्यम से अभाविप द्वारा शिक्षा, अर्थव्यवस्था, भारतीय संस्कृति, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विचार किया गया है।
अभाविप ने कोरोना काल के दौरान शिक्षण संस्थानों में हुई शुल्क वृद्धि को वापस लेने तथा कमजोर वर्गों के लिए न्यायोचित शुल्क माफी, छात्रवृत्ति तथा शोधवृत्ति में आ रही अनियमितताओं को दूर करते हुए समय के अनुसार धनराशि में बढ़ोतरी व समय से इसे लाभान्वितों को जारी करने तथा उच्च शिक्षण संस्थानों में पारंपरिक माध्यमओं से शिक्षा शुरू करने के लिए कोविड नियमों का पालन करते हुए छात्रों की चरणबद्ध तरीके से वापसी सुनिश्चित करने आदि विषयों पर चर्चा के उपरांत राष्ट्रव्यापी आंदोलन का निर्णय लिया है।
राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि अभाविप द्वारा नागपुर अधिवेशन में पारित चार प्रस्तावों को छात्र तथा शिक्षक समुदाय से व्यापक संवाद के बाद अंतिम रूप दिया गया है, ये प्रस्ताव 21वीं सदी के तीसरे दशक की युवा पीढ़ी की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है जिनके माध्यम से विविध क्षेत्रों में सुधार की व्यापक संभावनाओं पर कार्य करते हुए देश को बेहतर करने का संकल्प दिखाई पड़ता है। हम इन प्रस्तावों के माध्यम से उठाए गए मुद्दों पर गंभीरता से कार्य करेंगे।
प्रेस वार्ता में अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी, राष्ट्रीय मंत्री राहुल चौधरी, प्रदेश मंत्री अभाविप दिल्ली सिद्धार्थ यादव तथा अभाविप दिल्ली के प्रदेश मीडिया प्रमुख आशुतोष सिंह उपस्थित रहे।