नई दिल्ली, 02 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर पेरेंटस टीचर्स मीटिंग (पीटीएम) के मामले में पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री हैं, कोई मालिक नहीं।
दरअसल, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर डॉ. हर्षवर्धन पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 4 जनवरी को होने वाली पेरेंटस टीचर्स मीटिंग (पीटीएम) रुकवाना चाहते हैं। इस दौरान शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने सख्त लहजे में यह भी कहा कि हर्षवर्धन जी आपकी हिम्मत कैसे हो गई दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पीटीएम रुकवाने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखने की?
डॉ. हर्षवर्धन ने उपमुख्यमंत्री के आरोपों का उत्तर देते हुए कहा, ‘मैं समझता हूं कि एक महीने के बाद उनका और आम आदमी पार्टी (आप) का जो हाल होने वाला है उससे वो बौखला गए हैं, घबरा गए हैं और परेशान हो रहे हैं। आप दिल्ली के शिक्षा मंत्री हैं न कि यहां के मालिक हैं। उन्होंने कहा कि मुझे सिसोदिया जी से सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है। मैं अपने कर्म में विश्वास करता हूं। शिक्षा जगत मेरे बारे में भलीभांति परिचित हैं क्योंकि मैं भी शिक्षा मंत्री रहा हूं। पिछले 25 सालों से रोजाना पांच सौ से एक हजार लोगों से अपने घर में मिल रहा हूं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि बुधवार को हमारे घर में दिल्ली सरकारी स्कूल शिक्षक संघ के कुछ लोग आए थे। जिन्होंने उपराज्यपाल ने नाम का एक ज्ञापन पत्र लाए थे। उनकी मांग थी कि 4 जनवरी को दिल्ली के सरकारी स्कूलों में होने वाली पेरेंटस टीचर्स मीटिंग को रुकवाया जाए, क्योंकि इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इससे बच्चों को हानि हो सकती है। उन्होंने कहा कि एक सांसद और केंद्रीय मंत्री होने के नाते यह लोग अपनी रख रहे थे।