जयपुर में 94 साल के प्रोफेसर ने वैक्सीन का डोज लेकर आमजन को दिया संदेश
जयपुर, 16 जनवरी (हि.स.) । राजस्थान में कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अभियान के पहले चरण में शनिवार को जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज में सेवानिवृति के बाद भी मुफ्त सेवा दे रहे 94 साल के डॉ. प्रेमचंद डांडिया ने वैक्सीन की डोज लेकर प्रदेशवासियों को वैक्सीन के विश्वसनीय होने का संदेश दिया। संभवत: राजस्थान में सर्वाधिक उम्र के वे इकलौते व्यक्ति हैं, जिन्हें वैक्सीनेशन के पहले चरण के पहले दिन टीका लगाया गया हैं।
वैक्सीन की डोज लेने के बाद प्रो. डांडिया ने सीनियर सर्जन डॉ. दिनेश जिंदल को अपने शिष्य के तौर पर याद किया। उन्होंने कहा कि अगर महामारी के समय वैक्सीन आ जाती तो आज मेरा स्टूडेंट होता और उस समय शायद उसकी जान बच जाती। डॉ. डांडिया ने वैक्सीन के भरोसेमंद होने पर कहा कि मैं आज हूं और पता नहीं दो या चार साल और जी सकूंगा लेकिन किसी बीमारी से मरने से अच्छा है कि वैक्सीन लगवा लूं। पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। आमजन को यही मैसेज देने के लिए वैक्सीन लगवा रहा हूं। हमें साइंस और भारत के वैज्ञानिकों पर भरोसा रखना चाहिए।
डॉ. डांडिया ने कहा कि उनका बेटा अमेरिका में है। सुबह उन्होंने उसे फोन कर बताया कि वे वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं। इस पर बेटे ने वैरी गुड डैड वाली प्रतिक्रिया से उनका हौसला बढ़ा। बेटे ने भी कुछ दिन पहले अमेरिका में फाइजर की वैक्सीन लगवाई है। उन्होंने बताया कि वे आज भी में रोज सुबह-शाम कुल 6 किमी वॉक करते हैं।
डॉ. डांडिया एसएमएस मेडिकल कॉलेज में विजिटिंग प्रोफेसर हैं। वे 1978 में सेवानिवृत हुए थे। करीब 14 साल बाद उन्होंने पूर्व प्रोफेसर के तौर पर दोबारा मेडिकल कॉलेज में सेवा देना शुरू किया। उनकी सलाह पर ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2012 में राजस्थान में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना शुरू की थी। डॉ. डांडिया ने बताया कि उस समय उन्होंने सीएम को 400 जरूरी दवाइयां मुफ्त करने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने सिर्फ एक ही दिन में 600 से ज्यादा दवाइयां फ्री करने का फैसला कर लिया। डांडिया ने कहा कि इस वैक्सीन को लेकर काफी भ्रम पैदा किया जा रहा था कि वैक्सीन कारगर नहीं है और इसके साइड इफेक्ट देखने को मिलेंगे, लेकिन मैंने खुद यह वैक्सीन लगाई है और अब मैं बिल्कुल ठीक हूं।
गौरतलब है कि वैक्सीनेशन के पहले चरण में शनिवार को पहले दिन 167 चिह्नित स्थानों पर शाम 6 बजे तक कुल 12 हजार 258 फ्रंट वॉरियर्स को वैक्सीन की डोज दी गई। इसके लिए 16 हजार 613 वॉरियर्स को चिह्नित किया था। प्रदेश में शनिवार को राजधानी जयपुर में सर्वाधिक 1303 वॉरियर्स को टीका लगाया गया। इसके बाद जोधपुर में 908 तथा अजमेर में 700 वॉरियर्स को टीकाकृत किया गया।