नई दिल्ली, 23 नवम्बर (हि.स.)। यात्रा, व्यय और चालान प्रबंधन समाधान कंपनी-एसएपी कॉन्सुर के एक ऑनलाइन सर्वेक्षण के अनुसार भारतीयों के लिए व्यापार यात्रा न तो आसान और न ही कम तनावपूर्ण है। इस सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक यात्रा के दौरान लगभग 87 प्रतिशत महिला भारतीय कारोबारियों को परेशान किया गया।
भारत में आधुनिक व्यापार यात्रियों की चिंताओं को समझने के लिए 500 भारतीय व्यापार यात्रियों के बीच एसएपी कॉन्सुर द्वारा एक सर्वेक्षण किया गया था। सर्वेक्षण में कहा गया है कि 68 प्रतिशत यात्रियों की सुरक्षा की चिंता उनके यात्रा आवास को बदल देती है। लगभग 87 प्रतिशत महिला भारतीय कारोबारी यात्रियों को व्यापारिक यात्रा के दौरान परेशान किया गया है। जबकि 62 प्रतिशत कहते हैं कि उन्हें यह पूछने की ललक का सामना करना पड़ा कि क्या वे अपने पति के साथ यात्रा कर रही थीं।
सर्वे के मुताबिक लगभग 98 प्रतिशत भारतीय व्यापार यात्रियों ने व्यापार के लिए यात्रा करते समय अपना स्थान साझा किया है जिसका वैश्विक औसत लगभग 91 प्रतिशत है। सुरक्षा चिंताओं के साथ, भारतीय व्यापार यात्रियों का मानना है कि नवीनतम तकनीकि को अपनाने में हम हिचकते हैं। सर्वेक्षण में कहा गया है कि 77 प्रतिशत भारतीय व्यापार यात्री इस बात से सहमत हैं कि जब व्यापार यात्रा का प्रबंधन करने के लिए नवीनतम तकनीकों को अपनाने की बात आती है तो वे कतार में पीछे रहते हैं।
बुकिंग और व्यय रिपोर्टिंग उपकरणों के संदर्भ में, 67 प्रतिशत भारतीय व्यापार यात्रियों ने भारतीय फर्मों के प्रौद्योगिकी अपनाने में अंतर अनुभव किया है। लगभग 32 प्रतिशत भारतीय व्यापार यात्रियों ने मूल्यांकन किया कि उनकी कंपनी को एक व्यापार यात्रा व्यय की प्रतिपूर्ति करने में तीन से पांच दिन लगते हैं।