नई दिल्ली, 31 अगस्त (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन व कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने सोमवार को कर्नाटक के बेल्लारी में विजयनगर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज में सुपरस्पेशिलिटी ट्रॉमा सेंटर डिजिटल तरीके से राष्ट्र को समर्पित किया। इसके साथ ही स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने एक्सप्रेस फीडरलाइन, आईसीयू वार्ड और 13 किलोलीटर लिक्विड ऑक्सीजन टैंक का उद्घाटन किया। इस मौके पर डॉ. हर्षवर्धन ने तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुषमा स्वराज को याद करते हुए प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना में उनके उल्लेखनीय योगदान का जिक्र किया। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आज के दिन यदि वे होते तो उन्हें प्रसन्नता होती, लेकिन वे आज हमारे बीच नहीं हैं।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तीसरे चरण की घोषणा 2019 के बाद की गई और बेल्लारी को अगले वर्ष ट्रॉमा सेंटर का उपहार मिला। देश के आकांक्षी जिलों में 74 मेडिकल कॉलेज खोले जाने का काम जोरों पर है।’ उन्होंने बताया कि कर्नाटक में एक नये एम्स बनाने के विषय पर सक्रिय रूप से विचार किया जा रहा है और चिकमंगलुर, हावेरी, यादगीर और चिक्काबल्लापुर में एक-एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में अब तक केन्द्र की राशि से और राज्य सरकारों की निगरानी में 157 मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं।
उन्होंने कहा कि देश में 31 दिसंबर, 2020 तक एक लाख 50 हजार आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्र चालू हो जाएंगी। उन्होंने देश से टीबी के उन्मूलन की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि जिस तरह से हमने चेचक और पोलियो को समाप्त किया था, उसी तरह टीबी का उन्मूलन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व में टीबी के उन्मूलन के लिए 2030 का लक्ष्य रखा गया, लेकिन हम इस काम को 2025 तक करेंगे। कर्नाटक सरकार को बधाई देते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सोच को आगे बढ़ाया गया, ताकि कम विकसित बेल्लारी जैसे क्षेत्र विकास के फायदे प्राप्त कर सकें।’ इस अवसर पर राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री आनंद सिंह, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बी. सिरीरामुलु, विजयनगर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज के निदेशक डॉ. बी. देवानंद तथा विधायक बी. नागेन्द्र उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि इस सुपरस्पेशिलिटी ट्रॉमा सेंटर का प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत 150 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया गया है। इसमें आपात और ट्रॉमा, न्यूरोसर्जरी एंड ऑर्थोपैडिक विभाग हैं। नये ब्लॉक में 6 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर सहित 8 ऑपरेशन थिएटर, 200 सुपरस्पेशिलिटी बिस्तर, 72 आईसीयू बिस्तर, 20 वेंटिलेटर और स्टेट ऑफ द आर्ट सिटी स्कैन और डिजिटल एक्स-रे मशीन हैं। ट्रॉमा सेंटर में 72 स्नातकोत्तर विद्यार्थियों की प्रशिक्षण क्षमता है।