रांची, 20 दिसम्बर (हि.स.)। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और कड़ाके की ठंड व शीतलहरी के बीच झारखंड विधानसभा चुनाव के 5वें व अंतिम चरण की 16 सीटों पर शुक्रवार की शाम 5 बजे शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो गया। कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इन सीटों पर कुल 70.83 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। 2014 में पिछले विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर 73.14 प्रतिशत मतदान हुआ था।
नक्सल प्रभावित पांच सीटों बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा पर अपराह्न 3 बजे तक और शेष 11 विधानसभा क्षेत्रों राजमहल, पाकुड़, नाला, जामताड़ा, दुमका, जामा, जरमुंडी, सारठ, पोड़ैयाहाट, गोड्डा और महगामा में शाम 5 बजे तक वोट डाले गये। इन सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान हो रहा था। कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। वोटिंग को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें लगी रही। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। नक्सल प्रभावित लिट्टीपाड़ा और शिकारीपाड़ा में भयमुक्त होकर लोगों ने मतदान किया। मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए। 41 हजार सुरक्षाबलों को तैनात किये गये थे।
सभी 16 सीटों के लिए कुल 5389 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमें शहरी क्षेत्र में 269 और ग्रामीण क्षेत्र में 5120 मतदान केंद्र थे। ये सभी मतदान केंद्र 4096 मतदान केंद्र भवनों में स्थित थे। संथाल परगणा के सियासी रण में कड़ाके की ठंड और शीतलहरी में भी वोट डालने के लिए मतदाताओं का उत्साह भारी पड़ा। कई बूथों पर लंबी कतारें लगी रहीं। देवघर जिले के सारठ विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 168 पर ईवीएम खराब हो गई। दो बार ईवीएम बदली गई, लेकिन ईवीएम काम नहीं कर रही थी। इसके बाद तीसरी ईवीएम मंगाकर लगाई गई है। इसकी वजह से थोड़ी देर से वहां मतदान शुरू हुआ।
16 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक का मतदान प्रतिशत
राजमहल-67.23%
बोरियो-71.58%
बरहेट-70.07%
लिट्टीपाड़ा-70.01%
पाकुड़-76.10%
महेशपुर-74.81%
शिकारीपाडा-72.50%
नाला-78.01%
जामताड़ा-74.77%
दुमका-59.73%
जामा-65.27%
जरमुंडी-71.53%
सारठ-75.97%
पोडैयाहाट-69.61%
गोड्डा-68.54%
महगामा-67.23%
पहले चार चरणों का वोटिंग प्रतिशत
चुनाव के पहले चरण की 13 सीटों पर 30 नवंबर को 64.44 फीसदी मतदान हुआ जो पिछले विधानसभा चुनाव 2014 के मुकाबले 1 फीसदी ज्यादा है। 7 दिसंबर को दूसरे चरण में 20 सीटों पर वोटिंग 64.84 प्रतिशत वोटिंग हुई। जबकि 2014 में इन सीटों पर 68.01 फीसदी वोटिंग हुई थी। 12 दिसंबर को तीसरे चरण की 17 सीटों पर 62.35 फीसदी वोटिंग हुई जो 2014 की अपेत्रा 1.67 प्रतिशत कम है। चौथे चरण में 16 दिसंबर को 15 सीटों पर 63.64 फीसदी मतदान हुआ जबकि पिछले विधानसभा चुनाव 2014 में 64.66 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। पांचवें चरण में आज 20 दिसंबर को 16 विधानसभा सीटों पर 70.83 फीसदी वोटिंग रिकॉर्ड की गई है, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव 2014 में यहां 73.14 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पुलिस मुठभेड़ में मारे गये नक्सली के पिता ने किया पहली बार मतदान
पुलिस मुठभेड़ में मारे गये नक्सली ताला मरांडी के पिता बद्री राय ने जीवन में पहली बार मतदान किया। उन्होंने दुमका विधानसभा क्षेत्र के काठीकुंड स्थित सरुआपानी में वोट डाला। सारठ विधानसभा सीट के बूथ नंबर 139 पर बार-बार ईवीएम खराब होने से तीन घंटे मतदान बाधित रहा।
सड़क नहीं बनने के विरोध में वोट का बहिष्कार
लिट्टीपाड़ा की बूथ संख्या 69 पर वहां के मतदाताओं ने क्षेत्र में सड़क नहीं बनने के विरोध में वोट का बहिष्कार कर दिया है। वहां 835 वोटर थे, लेकिन एक भी वोट नहीं पड़ा। शुक्रवार की दोपहर सवा बजे तक एक भी वोट नहीं पड़े हैं। मतदाताओं का कहना है कि क्षेत्र की सड़कों की स्थिति बहुत ही खराब है। लगातार मांग करने के बावजूद सड़क नहीं बनाई गई। इसलिए हमलोगों ने निर्णय लिया है कि सड़क नहीं तो वोट भी नहीं। इसके अलावा बोरियो विधानसभा सीट के तालझारी प्रखंड स्थित मनोहरपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की बूथ संख्या 244 पर भी वोट का बहिष्कार किया गया। वहां के ग्रामीणों ने भी सड़क निर्माण की मांग को लेकर वोट नहीं डाला।
बोरियो विधानसभा क्षेत्र की बूथ संख्या 149 पर 65 वर्षीय मतदाता की मौत
साहेबगंज जिले के बोरियो विधानसभा क्षेत्र के बोरियो प्रखंड की बूथ संख्या 149 पर मध्य विद्यालय चटगांव पर सरयू साह (65) मतदान करने के लिए पहुंचे थे। उसी समय उनकी मौत हो गई। इसी मतदान केंद्र संख्या 149 के प्राथमिक विद्यालय पर पोलिंग ऑफिसर अब्दुल सहमत की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उल्टी होने लगी। उनके स्थान पर रिजर्व पदाधिकारी पर ड्यूटी में लगाया गया।
महेशपुर की बूथ संख्या 88 से हिरासत में लिया गया युवक
पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र की बूथ संख्या 88 से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का झंडा लिए हुए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। पुलिस उसे महेशपुर थाना ले जाकर पूछताछ की। इसकी पुष्टि करते हुए महेशपुर के एसडीपीओ शशिप्रकाश ने बताया कि वह युवक बूथ में घूसकर झामुमो का झंडा लहरा रहा था। पूछताछ में युवक ने स्वीकारा है कि वह झामुमो का समर्थक है।
महेशपुर की मतदान केंद्र संख्या 67 और 68 पर प्रशासन ने की चाय की व्यवस्था
महेशपुर विधानसभा की आदर्श मतदान केंद्र संख्या 67 और 68 पर मतदाताओं के लिए प्रशासन की ओर से चाय की व्यवस्था की गई है। जामा विधानसभा के सुदूर गांव में भी मतदान के प्रति जागरूकता का असर देखने को मिला।
अपराह्न तीन बजे तक हुई थी 62.77 फीसदी वोटिंग
अंतिम चरण में अपराह्न 3 बजे तक 62.77 फीसदी वोटिंग हुई थी। सबसे ज्यादा महेशपुर विधानसभा क्षेत्र में 70.44 और सबसे कम दुमका में 55.26 फीसदी मतदान हुए थे।
दोपहर एक बजे तक 49.01 फीसदी डाले गये थे वोट
वोटिंग को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। दोपहर एक बजे तक कुल 49.01 फीसदी मतदान दर्ज किये गये हैं। अब तक चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो रहे हैं। कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं थी।
दिन के 11 बजे तक पड़े थे 29.19 फीसदी वोट
कड़ाके के ठंड के बीच अंतिम चरण की 16 सीटों पर शुक्रवार को दिन के 11 बजे चार घंटों में कुल 29.19 फीसदी मतदान दर्ज किये गये थे। संथाल परगणा के सियासी रण में कड़ाके की ठंड और शीतलहरी में भी वोट डालने के लिए मतदाताओं का उत्साह भारी पड़ते दिखा।
प्रारंभिक दो घंटों तक 12.1 फीसदी डाले गये वोट
झारखंड विधानसभा 2019 के पांचवें और अंतिम चरण के प्रारंभिक दो घंटों में 9 बजे तक 12.1 फीसदी वोट पड़े थे। इस चरण में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाज कल्याण मंत्री डॉ. लुईस मरांडी और कृषि मंत्री रणधीर सिंह समेत 236 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वहीं, 16 सीटों पर कुल मतदाताओं की संख्या 40,05,287 है। इनमें से महिला मतदाता 19,55,336 और पुरुष वोटरों की संख्या 20,49,921 है। थर्ड जेंडर 30 और नये वोटर 93,779 हैं।
पांच सीटों पर तीन और 11 पर शाम 5 बजे तक मतदान
बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा में सुबह 7 से अपराह्न 3 बजे तक मतदान होगा। जबकि राजमहल, पाकुड़, नाला, जामताड़ा, दुमका, जामा, जरमुंडी, सारठ, पोड़ैयाहाट, गोड्डा और महगामा में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक मतदाता वोट डाल सकेंगे।
इन 16 सीटों पर हो रही है वोटिंग
अंतिम चरण में जिन विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग हो रही हैं उनमें राजमहल, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, दुमका, जामा, जरमुंडी, नाला, जामताड़ा, सारठ, पोडैयाहाट, गोड्डा और महगामा विधानसभा सीट के लिए मतदान हो रहे हैं। इन सीटों में अनुसूचित जनजाति के लिए 7 सीट आरक्षित हैं तथा 9 सामान्य श्रेणी की सीटें हैं।
16 में से 6 सीटों पर झापा और 6 पर झामुमो, 3 पर कांग्रेस व एक पर झाविमो का है कब्जा
पिछले विधानसभा चुनाव 2014 में इन 16 सीटों में से 6 पर झामुमो, 6 पर भाजपा, तीन पर कांग्रेस और एक पर जेवीएम का कब्जा है। पांचवें चरण में 13 विधानसभा सीटों पर सीधा मुकाबला है। जबकि तीन पर त्रिकोणीय संघर्ष है।
5वें चरण की 13 सीटों पर सीधा मुकाबला
राजमहलः भाजपा के अनंत ओझा और झामुमो के केताबुद्दीन शेख में।
बरहेटः झामुमो के हेमंत सोरेन और भाजपा के सिमोन मालतो में।
लिट्टीपाड़ाः भाजपा के दानियल किस्कू और झामुमो के दिनेश विलियम मरांडी में।
पाकुड़ः भाजपा के बेनी प्रसाद गुप्ता और कांग्रेस के आलमगीर आलम में।
जामाः भाजपा के सुरेश मुर्मू और झामुमो की सीता मुर्मू में।
जरमुंडीः भाजपा के देवेंद्र कुंवर और कांग्रेस के बादल पत्रलेख में।
गोड्डाः भाजपा के अमित कुमार मंडल और राजद के संजय प्रसाद यादव में।
महगामाः भाजपा के अशोक कुमार और कांग्रेस की दीपिका पांडेय सिंह में।
महेशपुरः भाजपा के मिस्त्री सोरेन और झामुमो के स्टेफन मरांडी में।
शिकारीपाड़ाः भाजपा के परितोष सोरेन और झामुमो के नलिन सोरेन में।
नालाः भाजपा के सत्यानंद झा और झामुमो के रवींद्रनाथ महतो में।
जामताड़ाः भाजपा के वीरेंद्र मंडल और कांग्रेस के इरफान अंसारी में।
दुमकाः भाजपा की डॉ. लुईस मरांडी और झामुमो के हेमंत सोरेन में।
तीन विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष
बोरियो विधानसभा सीट पर भाजपा के सूर्य नारायण हांसदा, झामुमो के लोबिन हेंब्रम और आजसू के ताला मरांडी के बीच त्रिकोणीय संघर्ष है। इसके अलावा सारठ में भाजपा के रणधीर कुमार सिंह, झामुमो के परिमल कुमार सिंह और झाविमो के उदय शंकर सिंह तथा पौड़ेयाहाट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के गजाधर सिंह, झामुमो के अशोक कुमार चौधरी और झाविमो के प्रदीप यादव के बीच मुकाबला है।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए मिल रही विशेष सुविधा
दिव्यांग मतदाताओं की मतदान में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष सुविधाएं दी गईं। मतदान केंद्रों में 2,065 ह्वील चेयर औऱ 7,505 वोलेंटियर्स काम कर रहे थे। इसके अलावा उन्हें घर से मतदान केंद्र तक लाने और ले जाने के लिए 2,766 वाहनों का इस्तेमाल किया गया।
236 उम्मीदवार हैं चुनाव मैदान में
पांचवें और अंतिम चरण के चुनाव में 236 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें 207 पुरुष और 29 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। जरमुंडी सीट से सबसे ज्यादा 26 और पोड़ैयाहाट सीट के लिए सबसे कम 7 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा राजमहल से 23, बोरियो से 12, बरहेट से 12, लिट्टीपाड़ा से 11, पाकुड़ से 11, महेशपुर से 12, शिकारीपाड़ा से 13, नाला से 16, जामताड़ा से 13, दुमका से 13, जामा से 15, सारठ से 21, गोड्डा से 14 और महगामा से 17 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है।
1,347 मतदान केंद्रों पर हुई वेबकास्टिंग
16 सीटों पर चुनाव को लेकर कुल 5389 मतदान केंद्रों में से 1347 बूथों पर वेबकास्टिंग की गई। वेबकास्टिंग के जरिए मतदान की हर गतिविधियों की मॉनिटरिंग की गई। इसके तहत सबसे ज्यादा पाकुड़ में 123 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग हुई। इसके अलावा राजमहल में 95, बोरियो में 87, बरहेट में 71, लिट्टीपाड़ा में 69 , महेशपुर में 77, शिकारीपाड़ा में 66, नाला में 83, जामताड़ा में 92, दुमका में 83 , जामा में 68 , जरमुंडी में 72 , सारठ में 79, पोड़ैयाहाट में 86 गोड्डा में 98 औऱ महागामा में 98 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग हुई। इन मतदान केंद्रों से होने वाली वेबकास्टिंग की मॉनिटरिंग राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी कर रहे थे।
पाकुड़ में सबसे ज्यादा 48 महिला संचालित मतदान केंद्र
मतदान में महिलाओं की सहभागिता को बढ़ाने के लिए 133 महिला संचालित मतदान केंद्र बनाए गए थे। राजमहल में 10, बोरियो में 15, बरहेट में 15, पाकुड़ में 48, जामताड़ा में 16 , दुमका में 18, जामा में 3, जरमुंडी में 4, सारठ में 1, पोड़ैयाहाट में 1, गोड्डा में 1 औऱ महागामा में 1 महिला संचालित मतदान केंद्र थे। वहीं लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, शिकारीपाड़ा और नाला में एक भी महिला संचालित मतदान केंद्र नहीं था।
1,717 अति संवेदनशील औऱ 1973 संवेदनशील मतदान केंद्र, 41 हजार पुलिसकर्मी थे तैनात
16 सीटों पर हो रहे मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए लगभग 41,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इनमें 275 कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बल, जिला पुलिस और होमगार्ड के जवान शामिल थे। चुनाव को लेकर 249 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए थे। पांचवें और अंतिम चरण में 5389 मतदान केंद्रों में से 1,717 अति संवेदनशील औऱ 1,973 संवेदनशील मतदान केंद्र थे। इन मतदान केंद्रों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए थे। नक्सल प्रभावित इलाकों में 396 अति संवेदनशील और 208 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं। वहीं गैर नक्सल इलाकों में अति संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 1321 और संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 1,765 है। इसके अलावा सामान्य मतदान केंद्रों की संख्या 1,699 है। नक्सल के दृष्टिकोण से शिकारीपाड़ा और लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र को अति संवेदनशील माना जाता है।