ऐलान 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का

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राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: फिल्म ‘छिछोरे’ आगे, बाकी सब पीछे



नई दिल्ली, 22 मार्च (हि.स.)। देश के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के 67वें संस्करण की सोमवार को घोषणा की गई, जिसमें फिल्म ‘छिछोरे’ को सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फिल्म के लिए चुना गया है। जबकि मनोज वाजपेयी और धनुष को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता व कंगना रनौत को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार के लिए चुना गया। इन पुरस्कारों की घोषणा वर्ष 2019 के लिए की गई है।

इसी सिलसिले में मलयालम फिल्म ‘माराकर: अरब सागर का शेर’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला है। ‘छिछोरे’ को सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फिल्म के लिए चुना गया है। एक इंजीनियर ड्रीम (हिन्दी) को सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म पुरस्कार के लिए चुना गया। सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार तेलुगु भाषा की फिल्म ‘महर्षि’ को मिला है।

फिल्म ‘कस्तूरी’ को सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। ‘श्रीक्षेत्रा- रु सही जाता’ को सर्वश्रेष्ठ कला और संस्कृति फिल्म का पुरस्कार मिला है।

सर्वश्रेष्ठ हरियाणवी फिल्म- छोरियां छोरों से कम नहीं, सर्वश्रेष्ठ छत्तीगढ़ी फिल्म- भुलन दी मेज, सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म- जर्सी, सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म- असुरन, सर्वश्रेष्ठ पंजाबी फिल्म- रब दा रेडियो 2, सर्वश्रेष्ठ मलियाली फिल्म- कला नोत्तम, सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म- बारडो है।

अभिनेता मनोज वाजपेयी और तमिल फिल्म के अभिनेता धनुष को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के लिए चुना गया।  यह पुरस्कार उनकी फिल्म क्रमशः ‘भौंसले’ और ‘असुरन’ के लिए मिला है। कंगना रनौत को उनकी फिल्म मनिकर्णिका और पंगा के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म अभिनेत्री के पुरस्कार के लिए चुना गया है।

सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के पुरस्कार के लिए विजय सेतुपति को चुना गया है, उनकी फिल्म सुपर डिलक्स (तमिल) और सर्वश्रेष्ठ सहायक फिल्म अभिनेत्री का पुरस्कार पल्लवी जोशी को उनकी फिल्म ताशकंद फाइल के लिए चुना गया। वहीं ‘करुप्पुदुरई’ के लिए नागा विशाल को सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है।

बी प्राक को उनकी केसरी फिल्म के गीत ‘तेरी मिट्टी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक और सावनी को ‘रान पेटला’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका के पुरस्कार के लिए चुना गया है। निर्देशक के तौर पर सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फिल्म के लिए इंदिरा गांधी अवार्ड मथुकुट्टी जेवियर की मलायम फिल्म हेलेन को मिला है।

घोषणा से पहले अध्यक्ष और अन्य जूरी सदस्यों ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की थी। उन्हें पुरस्कार चयन से जुड़ी जानकारी दी। ज्यूरी में भारतीय सिने जगत के प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं। पुरस्कारों की घोषणा सेंट्रल पैनल के अध्यक्ष एन चंद्रा, नॉन फीचर फिल्म्स जूरी के अध्यक्ष अरुण चड्ढा,  मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट जूरी के अध्यक्ष शाजी एन करुण और सर्वश्रेष्ठ राइटिंग फॉर सिनेमा जूरी के अध्यक्ष साईबल चटर्जी ने की।

सिक्किम को ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली’ राज्य होने का पुरस्कार मिला है। गिरीश गंगाधरन को मलयालम फिल्म ‘जल्लीकट्टू’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी से सम्मानित किया गया है। सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार अंग्रेजी भाषा की संजय सूरी की ओर से लिखित पुस्तक ‘अ गांधियन अफेयर-इंडिया क्यूरियस पोर्टेल ऑफ लव इन सिनेमा’ को मिला है। जबकि सोहिनी चट्टोपाध्याय को सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक चुना गया है।

राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार- ताजमल (मराठी), सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म-आनंदी गोपाल (मराठी), सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म- कस्तूरी (हिन्दी), सर्वेश्रेष्ठ निर्देशन- संजय पुरन सिंह चौहान-बहत्तर हूरें(हिन्दी) को मिला है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के चयन और घोषणा पहले होनी थी। कोरोना वायरस के चलते इसे टाल दिया गया। अवॉर्ड के लिए आखिरी एंट्री 17 फरवरी 2020 रखी गई थी। इसमें उन फिल्मों को रखा गया था, जिन्हें 1 जनवरी 2019 से लेकर 31 दिसंबर 2019 के बीच प्रमाणिक किया गया था।

 


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