नई दिल्ली, 09 अगस्त (हि.स.)। मनोरंजन जगत में सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाले 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है। नई दिल्ली के शास्त्री भवन में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में इन पुरस्कारों की घोषणा की गई। इसके तहत 23 गैर फीचर फिल्मों और 31 फीचर फिल्म की श्रेणी में पुरस्कार दिये गये हैं। इससे एक दिन पहले ज्यूरी के सदस्यों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी, जिसमें इन पुरस्कारों को देने की सिफारिश की गई थी।
66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
बेस्ट हिन्दी फिल्म-अंधाधुन
बेस्ट एक्शन डायरेक्टर-केजीएफ के लिए प्रशांत नील
बेस्ट कोरियोग्राफर-पद्मावात के गाने घूमर के लिए ज्योति डी तोमर
बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन-फिल्म पद्मावत के लिए संजय लीला भंसाली
बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन (बैकग्राउंड म्यूजिक)-उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक
बेस्ट प्लेबैक सिंगर-अरिजीत सिंह (बिन्ते दिल, पद्मावत)
बेस्ट स्पोर्टिंग एक्ट्रेस-सुरेखा सीकरी (फिल्म बधाई हो के लिए)
फुल एंटरटेनमेंट का अहसास करवाने वाली फिल्म-बधाई हो
सामाजिक मुद्दे पर बेस्ट फिल्म-पैडमैन
बेस्ट एक्टर-आयुष्मान खुराना (अंधाधुन) और विक्की कौशल (उरी)
बेस्ट ऐक्ट्रेस-कीर्ति सुरेश, महानती (तेलुगू फिल्म)
बेस्ट डायरेक्टर-आदित्य धर (उरी)
बेस्ट फिल्म क्रिटिक अवॉर्ड-ब्लेस जॉनी और अनंत विजय
इसके अलावा फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखंड को सबसे पसंदीदा राज्य (फिल्म फ्रेंडली स्टेट) का अवॉर्ड दिया गया है। अगर भाषाई फिल्मों की बात करें तो कई राज्यों की भाषाई फिल्मों को भी पुरस्कार मिला है।
बेस्ट पंजाबी फिल्म-हरजीता-विजय कुमार अरोड़ा
बेस्ट उर्दू फिल्म-हामिद-ऐजाज खान
बेस्ट बंगाली फिल्म-एक जे छिलो राजा-सृजीत मुखर्जी
बेस्ट राजस्थानी फिल्म-टर्टल-दिनेश एस यादव
बेस्ट मराठी फिल्म-भोंगा-शिवाजी लोटन पाटिल
बेस्ट गुजराती फिल्म-रेवा-राहुल सुरेंद्रभाई भोले, विनीत कुमार अंबुभाई कनोजिया
बेस्ट तमिल फिल्म-बारम-प्रिया कृष्णस्वामी
बेस्ट मलयालम फिल्म-सुदानी फ्रॉम नाइजीरिया-जकारिया
बेस्ट तेलुगू फिल्म-महानति-नाग अश्विन
बेस्ट कन्नड़ फिल्म-नाथीचरामी-मंजुनाथ एस (मंसूरे)
बेस्ट कोंकणी फिल्म- अमोरी-दिनेश पी भोगले
बेस्ट असमिया फिल्म-बुलबुल कैन सिंग- रीमा दास
बेस्ट पंचिंगा फिल्म-इन द लैंड ऑफ पॉइजन विमिन- मंजू बोरा
बेस्ट शेरडूकपन फिल्म-मिशिंग-बॉबी शर्मा बरुआ
बेस्ट गारो फिल्म-मामा-डॉमिनिक संगमा
समारोह के बाद जावड़ेकर ने कहा कि पिछले दो महीने से ज्यूरी ने इस पर काफी मेहनत की है। मुझे विश्वास है कि उनका निर्णय बिल्कुल सही होगा। उन्होंने कहा कि इन पुरस्कारों को देने की तारीख अभी तय नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही इसका ऐलान कर दिया जाएगा।
बता दें कि यूं तो हर साल ये पुरस्कार अप्रैल में घोषित किए जाते हैं और इनके नामांकन के लिए मई में कार्यक्रम का आयोजन होता है लेकिन इस साल आम चुनाव होने के चलते इन पुरस्कारों की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया था।