अव्यवस्था : बंगाल में 600 से अधिक नर्सों ने छोड़ी नौकरी
कोलकाता, 19 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा कोरोना संकट से मुकाबले के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ी नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराए जाने की वजह से 600 से अधिक नर्सों ने नौकरी छोड़ दी है। इससे राज्य भर के अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। न केवल निजी बल्कि सरकारी अस्पतालों की नर्सों ने भी नौकरी से इस्तीफा देकर अपने गृह राज्य लौटने को प्राथमिकता दी है। अधिकतर नर्सें मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की रहने वाली हैं।
पिछले सप्ताह से ही नर्सों के नौकरी छोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ। राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि सोमवार शाम तक 600 से अधिक नर्सों ने नौकरी छोड़ दी है और बंगाल से वापस लौट गई है। संबंधित अस्पतालों के प्रबंधन को दिए गए इस्तीफा पत्र में नर्सों ने सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराने का दावा किया है। राज्य सरकार ने इस मामले का संज्ञान लिया है और नर्सों का पलायन रोकने के लिए पहल की जा रही है। जिन राज्यों से नर्स यहां आकर नौकरी करती हैं, वहां के संबंधित अधिकारियों से बातचीत की जा रही है और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने की बात कहकर उन्हें वापस लौटाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं।
दरअसल आरोप लग रहे हैं कि पश्चिम बंगाल सरकार बार-बार मांग के बावजूद डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को पर्याप्त प्रोटेक्टिव सूट, मास्क, ग्लब्स, हैंड सैनेटाइजर आदि उपलब्ध नहीं करा रही है, इससे डर के साए में रह रहे स्वास्थ्य कर्मी नौकरी छोड़ने को बाध्य हुए हैं। कई लैब टैक्नीशियनों ने भी नौकरी छोड़ दी हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक दिन पहले ही इस मामले का जिक्र करते हुए कहा था कि जो नर्सें अथवा स्वास्थ्य कर्मी सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें भी काम पर रखने के बारे में विचार किया जा रहा है।
प्रदेश भाजपा ने इस मामले के समाधान के लिए राज्य सरकार को नसीहत दी है कि नर्सों के प्रतिनिधियों से बात की जाए। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकारों से इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करने की भी मांग की जा रही है ताकि नर्सों को पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि नर्सों की नौकरी छोड़ने की वजह से अधिकतर अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है और असमय इस तरह से नर्सों के चले जाने की वजह से कोरोना वायरस के समय लोग मुश्किल में पड़े हुए हैं।