पश्चिम बंगाल के भाटपाड़ा में 60 बम बरामद

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पुलिस सुरक्षा का भरोसा मिलने के बाद कई स्थानीय दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली हैं। हालांकि अधिकतर दुकानें अभी भी बंद हैं। क्षेत्र के अधिकतर स्कूल बंद हैं, लेकिन कुछ स्कूल खुल चुके हैं।



कोलकाता, 24 जून (हि.स.) । पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित भाटपाड़ा इलाके में आम जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। इस बीच बैरकपुर के नवनियुक्त पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा के निर्देश पर लगातार हुई छापेमारी में पूरे इलाके से 60 बम बरामद किए गए हैं। इस मामले में आठ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। इसकी जानकारी खुद मनोज वर्मा ने सोमवार को दी।
वर्मा ने बताया कि हिंसा प्रभावित क्षेत्र में पुलिस ने विगत 72 घंटे के दौरान व्यापक तलाशी अभियान चलाया है। पूरे क्षेत्र से 60 जिंदा देसी बम बरामद किए गए हैं। कुछ अवैध असलहे भी मिले हैं। घटना में संलिप्तता के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ दंगा फैलाने और आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सुरक्षा का भरोसा मिलने के बाद कई स्थानीय दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली हैं। हालांकि अधिकतर दुकानें अभी भी बंद हैं। क्षेत्र के अधिकतर स्कूल बंद हैं, लेकिन कुछ स्कूल खुल चुके हैं। गुरुवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस लगातार तलाशी अभियान और सामूहिक बैठक कर रही है। इसकी वजह से गत शुक्रवार को मनोज वर्मा के पुलिस आयुक्त के तौर पर पद संभालने के बाद से लेकर सोमवार तक किसी तरह की कोई नई हिंसा नहीं हुई है। हालांकि शनिवार को जब भाजपा के तीन सांसदों का प्रतिनिधिमंडल सुरेंद्र सिंह आहलूवालिया के नेतृत्व में जायजा लेने पहुंचा था तो उनके लौटने के बाद पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी।
पुलिस आयुक्त वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आठ लोग दोनों ही समुदाय के हैं। इनमें से अधिकतर का आपराधिक रिकॉर्ड है। हालांकि ये सारे स्थानीय लोग हैं। गौर करने वाली बात यह है कि गुरुवार को भाटपाड़ा में दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क गई थी, जिसमें गोली लगने से 17 साल के बच्चे रामबाबू साव और 40 वर्षीय धर्मवीर साव की मौत हो गई है। अभी पांच लोग गंभीर हालत में कोलकाता के अपोलो अस्पताल में इलाजरत हैं। घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सचिवालय में आपातकालीन बैठक की थी और 72 घंटे के अंदर क्षेत्र में शांति बहाली का निर्देश दिया था। तत्कालीन पुलिस आयुक्त तन्मय रॉय चौधरी को हटा दिया गया था और मनोज वर्मा को बैरकपुर पुलिस आयुक्त के तौर पर नियुक्त किया गया था। घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को उन्होंने पदभार संभाला था और सोमवार को 72 घंटे के बाद उन्होंने मीडिया से बात की।

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