पटना, 28 जून (हि.स.) । चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी मुल्कों से तनातनी के बीच पड़ोसी देश नेपाल के रास्ते छह पाकिस्तानी आतंकियों के बिहार में प्रवेश करने की सूचना ने बिहार सरकार के साथ केंद्रीय ख़ुफ़िया व सुरक्षा एजेंसियों की भी नींद उड़ा दी है। बिहार पुलिस की विशेष शाखा ने भारत-नेपाल सीमा के रास्ते जैश-ए-मोहम्मद के छह खूंखार आतंकियों के बिहार में घुसपैठ करने की जानकारी साझा की है। विशेष शाखा ने इसे लेकर रविवार को अलर्ट भी जारी किया है। बताया जा रहा है कि आतंकी भारत-नेपाल सीमा के रास्ते बिहार में घुसने में कामयाब हो गए हैं।
सूत्र बताते हैं कि पिछले दिनों केन्द्रीय ख़ुफ़िया एजेंसियों ने बिहार पुलिस को अलर्ट किया था कि कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन किये गए बिहार-नेपाल सीमा से कुख्यात पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। इसके बाद बिहार-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई थी। पाकिस्तानी सेना से प्रशिक्षित खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आधा दर्जन आतंकियों के बिहार में घुसने की सूचना से उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में हड़कंप मच गया है। पुलिस की स्पेशल ब्रांच के एसपी ने मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों के एसएसपी, एसपी को इस आशय का पत्र लिखकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। बताया गया है कि बीते 15 दिनों में नेपाल की सीमा के रास्ते बिहार में तकरीबन आधा दर्जन आतंकियों ने घुसपैठ की है। इन आतंकियों के निशाने पर राज्य के बड़े राजनेता के साथ-साथ देश के कई अन्य प्रमुख शहर भी हैं। गौरतलब है कि बिहार को आतंकियों ने इससे पहले भी निशाना बनाने की कोशिश की है। बिहार के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल बोधगया में आतंकियों ने बम विस्फोट कर यह बता दिया था कि बिहार का कोई भी इलाका हमसे अछूता नहीं है। वर्ष 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गांधी मैदान में हुई रैली के दौरान भी आतंकियों ने सिलसिलेवार बम विस्फोट किये थे, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और करीब 90 लोग घायल हो गए थे।