नई दिल्ली, 01 जनवरी (हि.स.)। नए साल के पहले दिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से 6 राज्यों में ‘लाइट हाउस प्रोजेक्ट’ का शिलान्यास किया। इन राज्यों में त्रिपुरा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु शामिल हैं। इन राज्यों में लाइट हाउस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी। इस कार्यक्रम में सभी छह राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। साल 2017 में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया (जीएचटीसी इंडिया) के तहत ‘लाइट हाउस परियोजना के निर्माण के लिए छह राज्यों की घोषणा की गई थी।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज नई ऊर्जा, नए संकल्पों और नए संकल्पों को सिद्ध करने के लिए तेज गति से आगे बढ़ने का शुभारंभ है। 6 लाइट हाउस प्रोजेक्ट देश में हाउसिंग कंस्ट्रक्शन को नई दिशा दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि ये लाइट हाउस प्रोजेक्ट देश के काम करने के तौर-तरीकों का उत्तम उदाहरण है। हमें इसके पीछे बड़े विजन को भी समझना होगा। एक समय आवास योजनाएं केंद्र सरकारों की प्राथमिकता में उतनी नहीं थी, जितनी होनी चाहिए। सरकार घर निर्माण की बारीकियों और क्वालिटी में नहीं जाती थी। आज देश में लगभग 60 हजार मकान इस योजना के तहत बनाए गए हैं। इस कानून के तहत हजारों शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है। हाउसिंग फार ऑल यानी सबके लिए घर के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मध्यमवर्गीय परिवारों में बड़े परिवर्तन ला रहा है।
उन्होंने कहा कि घर की चाबी लोगों के विकास और उनकी प्रगति का द्वार खोल रही है। दिमाग के भी ताले खोल देती है। पिछले साल कोरोना संकट के दौरान ही एफोर्डेबल हाउसिंग कॉम्लेक्स योजना की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि गांवों में इस साल दो करोड़ घर बनाए जा चुके हैं। सभी के लिए घर का सपना जरूर पूरा होगा। उन्होंने विश्वविद्यालयों का आह्वान करते हुए कहा कि इस आवश्यक प्रोजेक्ट पर तकनीकी विश्वविद्यालयों को अध्ययन करना चाहिए।
क्या है लाइट हाउस प्रोजेक्ट
लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके अंतर्गत लोगों को आवास मुहैया कराए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट में खास तकनीक का इस्तेमाल कर सस्ते और मजबूत मकान बनाए जाते हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत बने मकान पूरी तरह से भूकंपरोधी होंगे।