नागपुर में एक व्यक्ति के चलते परिवार के 57 लोग हुए कोरोना संक्रमित
नागपुर, 23 अप्रैल (हि.स.)। शहर के सतरंजीपुरा इलाके में रहनेवाले 68 वर्षीय अब्दुल लतीफ की बीते 5 अप्रैल को कोरोना वायरस से मौत हो गई। इसके बाद उनके परिवार के 57 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैंं। साथ ही अभी इस परिवार से जुड़े 144 लोगोंं की रिपोर्ट आना बाकी है। नागपुर में कुल 97 करोना संक्रमित लोग पाए गए हैं जिनमेंं 55 प्रतिशत लोग एक ही परिवार के हैंं।
महाराष्ट्र का दूसरा बड़ा शहर कहलाने वाला नागपुर कोरोना का रेड जोन बन गया है। शहर में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैंं। नागपुर में कोरोना संक्रमित लोगोंं का आंंकड़ा 98 पहुंच गया है। अब तक नागपुर में कोरोना वायरस के 15 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैंं। शहर में कोरोना संक्रामित एक बुजुर्ग की वजह से उनके परिवार के 57 लोगों को इस महामारी ने अपने लपेटे में ले लिया है।
नागपुर महानगर निगम के सीईओ तुकाराम मुंढे के अनुसार शहर के सतरंजीपुरा इलाके में रहनेवाले 68 वर्षीय एक बुजुर्ग की 5 अप्रैल को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। उनके निधन के बाद करवाए गये टेस्ट में मृतक के कोरोना पॉजिटिव होने का खुलासा हुआ। इसके बाद उनके परिवार के लोगों की जांच की गई जिसमें कुल 57 परिजन पॉजिटिव पाए गये। साथ ही इस परिवार से जुड़े 144 लोगोंं की जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
बताया गया है कि मृतक के दामाद का एक मित्र दुबई से लौटा था। उसी के संपर्क में आने से बुजुर्ग कोरोना की चपेट में आ गए थे। उनके परिवार में एक बेटा, 4 बेटियांं, नाती-पोतोंं समेत कुल 57 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इनके घर के आसपास का इलाका सील कर दिया गया है। परिवार के अन्य लोगों की पहचान करके उन्हेंं भी क्वारंटाइन किया गया है। नतीजतन इस महामारी के फैलाव को रोकने में कुछ हद तक सफलता मिली है। प्रशासन ने इन सबकी पहचान कर इन लोगो को पहले ही अलग-अलग जगह पर क्वारंटाइन कर लिया था। इस वजह से अधिक लोग इनकी चपेट में आने से बच गए।
तुकाराम मुंढे का आरोप है कि इलाके के लोग प्रशासन की सहायता नहींं कर रहे हैं। यह लोग बीमारी और मरीजों को छिपाने का काम कर रहे हैं जिसके चलते शहर में कोरोना संक्रामितों का आंकड़ा 98 पहुंच गया है। तुकाराम मुंडे ने चेतावनी दी है कि प्रशासन का सहयोग ना करने वाले लोगोंं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।