लखनऊ, 07 मई (हि.स.)। योगी सरकार लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों को वापस लाने में जुटी है। मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन कम से कम तीस से चालीस हजार लोगों को ट्रेनों-बसों को प्रदेश में वापस लाने के निर्देश दिये हैं। इस पर तेजी से अमल भी किया जा रहा है।
इन जनपदों में ट्रेनों से पहुंचे प्रवासी कामगार-श्रमिक
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी ने गुरुवार को बताया कि आज 43 ट्रेनों अभी तक आ चुकी हैं। इनमें आगरा में 02, कानपुर में 02, लखनऊ में 11, जौनपुर में 01, गोरखपुर में 08, बरेली में 02, बलिया में 02, प्रयागराज में 05, प्रतापगढ़ में 01, रायबरेली में 01, कन्नौज में 01, गाजीपुर में 01, बांदा में 01 आजमगढ़ में 01, बाराबंकी में 02, सीतापुर में 01 और उन्नाव में 01 ट्रेनों से विभिन्न राज्यों से 55,371 लोग पहुंचें हैं।
43 नई ट्रेनों से कामगारों को लाने की अनुमति
इसके साथ ही आज रात बारह बजे तक 13 अन्य ट्रेनों से 15,600 लोग पहुंच जायेंगे। इस तरह 56 ट्रेनों से लोग यहां पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि 43 नई ट्रेनों से उत्तर प्रदेश के कामगारों को यहां लाने की अनुमति दे दी गई है। कुल 99 ट्रेन या तो आ गई हैं, या आ रही हैं या फिर चलने वाली हैं।
एक लाख लोगों का हुआ आदान-प्रदान
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि गुजरात से 32,599 लोग, महाराष्ट्र से 7,000, पंजाब से 4,700, तेलंगाना से 2,400 और कर्नाटक से 1,200 लोग ट्रेनों से प्रदेश में वापस आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 50,000 लोग ट्रेनों से वापस आ चुके हैं। एक लाख लोगों का आदान-प्रदान प्रदेश से दूसरी जगहों या दूसरे स्थानों से प्रदेश में हुआ है।
राज्य सरकारों से लगातार हो रही बातचीत
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र सरकार से बातचीत हुई है। उनसे प्रतिदिन यहां के लिए 10 ट्रेन भेजने का अनुरोध किया गया है। पंजाब सरकार से भी बात हुई है। उनसे भी और अधिक ट्रेन भेजने को कहा गया है। 17 ट्रेनों को अनुमति दी गई है। ये कुछ ट्रेन चलने वाली हैं और कुछ आ गई हैं। केरल से भी श्रमिकों को लेकर पहली ट्रेन लखनऊ पहुंच गई है। तेलंगाना से दो ट्रेन आ चुकी हैं। आगे भी वहां से ट्रेन भेजने को कहा गया है।
बसों से भी वापस आये कामगार और छात्र
उन्होंने बताया कि हरियाणा से 11,200 लोग आ चुके हैं। मध्य प्रदेश से 6000, राजस्थान से 10,000 से अधिक, उत्तराखण्ड से 1500 लोग, कोटा से 12,000 से अधिक छात्र, प्रयागराज से 15,000 से अधिक छात्र वापस लाये जा चुके हैं। रोडवेज बसों से पहले चरण में 55,700 लोग आ गये हैं। राजस्थान से 10,000 लोग उत्तर प्रदेश लाने के साथ इतने ही लोग यहां से राजस्थान भेजे जा रहे हैं।
ट्रेन से प्रतिदिन 30,000 श्रमिकों को वापस लाने का लक्ष्य
उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि कम से कम प्रतिदिन 30,000 श्रमिक ट्रेन से लाये जायें और 10,000 से 15,000 श्रमिक सड़क मार्ग से प्रतिदिन उत्तर प्रदेश पहुंचे। इस तरह प्रतिदिन कम से कम 30,000 से 40,000 लोगों की वापसी पर काम किया जा रहा है।
शारजहां से 09 मई को हवाई मार्ग से आयेंगे 200 यात्री
इसके साथ ही विदेशों से भी हवाई मार्ग से श्रमिकों के वापस लौटने का सिलसिला जल्द शुरू होने वाला है। 09 मई को रात आठ बजे शारजहां से हवाई जहाज यहां लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरेगा। इससे 200 यात्रियों की वापसी होगी। इसके बाद यात्रियों को इनके खर्च पर अन्य स्थानों पर भेजा जायेगा।