50 प्रदर्शनकारियों की मौत म्यांमार में गोलीबारी के दौरान
नैपीटॉ, 27 मार्च (हि.स.)। म्यांमार में सुरक्षाबलों की गोलीबारी में शनिवार को 50 और प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। गिरफ्तारी से बचे सांसदों के संगठन सीआरपीएच के प्रवक्ता डॉ. सासा ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस दिन को शर्मनाक बताया है।
सैन्य तख्तापलट के बाद से अब तक सेना की कार्रवाई में 380 लोगों की मौत हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस कृत्य की कठोर निंदा हो रही है।
डॉ. सासा ने कहा कि सेना के जनरल आर्मी दिवस मना रहे हैं और दूसरी ओर निर्दोष लोगों की हत्या हो रही है।इसके पहले खबर मिली थी कि यंगून के डाला उपनगर में सुरक्षाबलों ने खुले में गोलियां चालानी शुरू कर दी और इस दौरान 4 सैनिकों की भी मौत हो गई। इसके अलावा 10 लोग घायल भी हुए। गोलीबारी में इनसाइन जिले में अंडर 21 फुटबॉल टीम में खेलने 3 खिलाड़ियों की भी मौत हो गई। मंडाले में 13 लोगों की मौत हुई। मंडाले के पास सागांग जिले में भी कई लोगों की मौत की खबर है।
उधर, मिलिट्री डे परेड का नेतृत्व करते हुए सेना के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने बिना किसी समय सीमा के चुनाव के वादे को दोहराया। टीवी पर अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए सेना देश के साथ हाथ मिलाना चाहती है। उन्होंने मांगों की पूर्ति के लिए हिंसा को अनुचित बताया।
उल्लेखनीय है कि म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद से लोग आंग सान सू की और हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।