50-50 के फार्मूले पर होगा विधानसभा चुनाव में शिवसेना-भाजपा के बीच सीटों का बंटवारा
मुंबई, 02 जून (हिं.स.)। शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी गटबंधन ने लोकसभा के नतीजों से उत्साहित होकर अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी एक साथ लड़ने की योजना बनाई है। हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। दोनों ही दलों के नेताओं की ओर से इस बारे में मौन रुख अपनाया जा रहा है। हालांकि भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में सहकार मंत्री चंद्रकांत पाटील ने दोनों दलों के बीच होने वाले गठबंधन व सीटों के बंटवारे पर अपनी राय रखी है। पाटील के अनुसार, विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां संभवतः 50-50 सीटों के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ेंगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा-शिवसेना के बीच आखिरी समय में गठबंधन हुआ था। गठबंधन की शर्तों के तहत लोकसभा चुनाव में भाजपा को अधिक सीट मिली थी, जबकि विधानसभा चुनाव में शिवसेना को अधिक सीटें देने की बात कही गई थी। इसी समीकरण के आधार पर दोनों दलों के बीच गठबंधन हुआ था। हालांकि लोकसभा चुनाव में भाजपा को अकेले बहुमत मिलने से सारे राजकीय परिस्थितियां बदल गई हैं। भाजपा ने महाराष्ट्र सहित देशभर में अपना वर्चस्व सिद्ध कर दिया है। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि लोकसभा चुनाव में एक तरफा जीत से उत्साहित भाजपा नेताओं ने शिवसेना के साथ पुराने समीकरण को नामंजूर कर दिय़ा है। भाजपा के अधिकांश नेता महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं।
भाजपा के नेता अब विधानसभा में 50-50 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटील ने भी इसके स्पष्ट संकेत दे दिए हैं। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से भाजपा और शिवसेना को 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ने होंगे, जबकि 18 सीटों पर अन्य सहयोगी पार्टियों को देने का फैसला लिया जा सकता है।