50 अरब डॉलर का कारोबार करेंगे भारत-दक्षिण कोरिया, 6 एमओयू पर हस्ताक्षर
सियोल/नई दिल्ली, 22 फरवरी (हि.स.)। भारत और दक्षिण कोरिया अब मिलकर अपने द्विपक्षीय व्यापार को 50 अरब डॉलर तक ले जाएंगे। राष्ट्रपति मून से मुलाकात के बाद जारी अपने संयुक्त प्रेस वक्तव्य में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के आर्थिक परिवर्तन में हम कोरिया को मूल्यवान साझेदार मानते हैं। हमारे व्यापार और निवेश संबंध बढ़ रहे हैं। आज राष्ट्रपति मून और मैंने साल 2030 तक हमारे द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 50 बिलियन डॉलर तक ले जाने के लक्ष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इंफ्रास्ट्रक्चर, पोर्ट डेवलपमेंट, मरीन, फूड प्रोसेसिंग, स्टार्ट-अप्स और स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज जैसे सेक्टर में हम अपना सहयोग बढ़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कोरियाई राष्ट्रपति के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच छह एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इसमें ‘कोरिया प्लस’ को आगे बढ़ाना, स्टार्ट-अप को लेकर आपसी सहयोग, भारत के अयोध्या की राजकुमारी और कोरिया राजवंश की महारानी के सम्मान में डाकटिकट, कोरियाई नेशनल पुलिस और भारत के गृह मंत्रालय के बीच अंतर-देशीय अपराधों को लेकर सहयोग, कोरियाई ब्रॉडकॉस्टिंग सिस्टम(केबीएस) और प्रसार भारती के बीच प्रसारण को लेकर सहयोग, राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर दोनों देशों की संबंधित एजेंसियों के बीच सहयोग शामिल हैं।
इस पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले सप्ताह भारत में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति मून के संवेदना और समर्थन के संदेश के लिए हम उनके आभारी हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ अपने द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समन्वय को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज भारत के गृह मंत्रालय और कोरिया की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के बीच संपन्न हुआ, एमओयू हमारे आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को और आगे बढ़ाएगा। अब समय आ गया है कि वैश्विक समुदाय भी बातों से आगे बढ़ कर, इस समस्या के विरोध में एकजुट हो कर कार्यवाई करें। हमारी बढ़ती सामरिक साझेदारी में रक्षा क्षेत्र की अहम भूमिका है। इसका एक उदाहरण भारतीय थल सेना में ‘के-9’ ‘वज्र’ आर्टिलरी गन के शामिल होने में देखा जा सकता है। रक्षा उत्पादन में इस उल्लेखनीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए हमने रक्षा तकनीकी और सहयोग पर एक रोडमैप बनाने के लिए भी सहमति की है। इसके अंतर्गत हम भारत में बनाए जा रहे रक्षा उद्योग कॉरिडोर में कोरियाई कंपनियों की भागीदारी का भी स्वागत करेंगे।
भारत-कोरिया संंबंधों के मानवीय पक्ष पर अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष नवम्बर में अयोध्या में आयोजित ‘दीपोत्सव’ महोत्सव में फर्स्ट लेडी किम की मुख्य अतिथि के रूप में भागीदारी हमारे लिए सम्मान का विषय था। उनकी यात्रा से हजारों वर्षों के हमारे सांस्कृतिक संबंधों पर एक नया प्रकाश पड़ा और नई पीढ़ी में उत्सुकता और जागरुकता का वातावरण बना। हमारे ऐतिहासिक लोगों से लोगों के संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए हमने भारत में कोरिया के नागरिकों के लिए वीजा ऑन अराइवल की सुविधा पिछले वर्ष अक्टूबर से शुरू कर दी है। कोरिया द्वारा भारत के नागरिकों के लिए ग्रुप वीजा के सरलीकरण के निर्णय का मैं स्वागत करता हूं। इससे हमारे द्विपक्षीय पर्यटन का विकास होगा। मेरी यह कोरिया यात्रा ऐसे महत्वपूर्ण वर्ष में हो रही है, जब महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है और कोरिया में लोकतंत्र के आन्दोलन का शताब्दी समारोह भी मनाया जा रहा है। महात्मा गांधी स्मरणोत्सव संग्रह के लिए राष्ट्रपति मून द्वारा लिखी गई श्रद्धांजलि के लिए हम उनके आभारी हैं।