रांची, 23 अक्टूबर (हि.स.)। झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले मुख्य विपक्षी दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के दिग्गज विधायक भगवा रंग में रंग गये। आज बुधवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित महामिलन समारोह में झामुमो विधायक कुणाल सारंगी, मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व लोहरदगा से कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत, कांग्रेस विधायक मनोज यादव, आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल जाने के साथ ही सीबीआई और ईडी का सामना कर रहे नौजवान संघर्ष मोर्चा से भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही, पूर्व डीजीपी दिनेश कुमार पांडेय, पूर्व आईएएस सुचित्रा सिन्हा सहित अन्य लोगों ने भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों पर आस्था जताते हुए कमल का फूल थाम लिया।
प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, मुख्यमंत्री रघुवर दास, हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा और बिहार के पथ निर्माण मंत्री व भाजपा के सह चुनाव प्रभारी नंदकिशोर यादव ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले सभी लोगों का अभिनंदन किया।हरमू स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित महामिलन समारोह में विभिन्न दलों से भाजपा में शामिल हो रहे विधायकों और सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों के सदस्यता ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर आये विभिन्न दलों के विधायकगण और सेवानिवृत्त पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों का भाजपा परिवार अभिनंदन करता है। संगठन में शामिल हो रहे सभी लोग “सबका साथ और सबका विकास” के पक्षधर हैं। ये सभी समाज और राज्य के लिए एक स्थिर सरकार देने की वजह से भाजपा में शामिल हो रहे हैं। भाजपा की विचारधारा के प्रति इन्होंने अपनी आस्था को प्रकट किया है। यह राज्य के लिए सुखद संदेश है। क्योंकि देश की जनता वंशवाद और परिवारवाद की राजनीति को नकार चुकी है।
नवजवान संघर्ष मोर्चा का भाजपा में विलय
रघुवर दास ने कहा कि नवजवान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष भानु प्रताप शाही ने पार्टी का विलय किया है। यह राज्य के लिए सुखद संदेश है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रवाद और विकास से प्रभावित होकर प्रदेश के विकास के लिए और गरीबी समाप्त करने में अपना सहयोग देने के लिए विभिन्न दलों के नेता व अधिकारी शामिल हुए हैं।
भाजपा में भी उथलपुथल संभव
विपक्षी दलों के विधायकों के पाला बदलने के बाद अब भाजपा में भी उथलपुथल की संभावना है। विपक्षी दलों की उस पर नजर है। जिन स्थानों के विधायक दल-बदल कर भाजपा में आएंगे वहां टिकटों की आस में लगे भाजपाई विपक्षी दलों का रुख कर सकते हैं। इनमें कुछ भाजपा नेताओं का नाम भी खुलकर सामने आ गया है जो झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के लगातार संपर्क में हैं।