जगदलपुर, 30 अगस्त (हि.स.)। नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत बस्तर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मुख्यधारा में लौटते हुए पांच इनामी नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिला पुलिस के समक्ष आज शुक्रवार को आत्मसमर्पण किया। सरेंडर नक्सलियों में दो और एक लाख रुपये के इनामी नक्सली शामिल हैं।
बस्तर आईजी विवेकानंद सिंहा एवं एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि समर्पित नक्सली कुहरामी मंगल एवं महरूराम पर दो-दो लाख रुपये तथा जयराम मंडावी, नरेश नेताम, शांति इस्ता पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। ये सभी अलग-अलग इलाकों में सक्रिय रहकर बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। सरेंडर करने पर इन्हें 10-10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है।
उन्होंने बताया कि नक्सली कहरामी मंगल उर्फ डेका वर्ष 2009 में मलांगिर एरिया कमेटी में सक्रिय पाल एलओएस कमाण्डर बदरू के द्वारा माओवादी संगठन में भर्ती कराया गया। वर्ष 2010 से 2016 मिलिटी प्लाटन नं. 24 का कमाण्डर देवा बारसा के साथ में काम किया। वर्ष 2016 के अन्त में नक्सली के बडे लीडरों द्वारा नीलावाया जनमिलिशिया कमाण्डर बनाकर गांव में रहकर सगंठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
वर्ष 2013 में थाना कुआकोण्डा के ग्राम श्यामगिरी पहाड़ी में कुआकोण्डा पुलिस पार्टी पर घात लगाकर हत्याकर हथियार लूटने की घटना में शामिल था जिसमें 5 पुलिस जवान शहीद हो गए थे। वर्ष 2012 में थाना अरनपुर के ग्राम माड़ेंदा नाला के पास एम्बुश लगाकर माईंस ब्लास्ट की घटना में शामिल था जिसमें एक सीआरपीएफ का जवान शहीद हुआ था। वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान थाना अरनपुर-नीलावाया रोड खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था। वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान ग्राम नीलावाया पटेलपारा के पास पुलिस पार्टी को जानव हथियार लूटने की नीयत से एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल था जिसमें तीन जवान और एक पत्रकार शहीद हुआ था।
आत्मसर्पित नक्सली महरूराम बंजाम वर्ष 1997-98 में गीदम में पढ़ाई करते समय गीदम स्थित मेडिकल स्टोर में काम सीखा था। गांव में रहने के दौरान आस-पास क्षेत्र के ग्रामीणों का इलाज करता था। वर्ष 2003 में नक्सली कमाण्डर सुखलाल के द्वारा नक्सलियों के मेडिकल टीम सदस्य के रूप में भर्ती कराया गया। वर्ष 2010 में पल्लेवाया क्षेत्र का माओवादियों का मेडिकल टीम का प्रभारी बनाया गया। नक्सली संगठन में मेडिकल टीम प्रभारी रहते हुए नक्सलियों के बीमार होने पर दवाइयां देने व इंजेक्शन लगाकर इलाज करता था।
आत्मसर्पित नक्सली जयराम मंडावी वर्ष 2016 में जनमिलिशिया सदस्य के रूप में नक्सली सगंठन में भर्ती हुआ था। 03-04 माह जनमिलिशिया सदस्य के रूप में काम करने के बाद हान्दावाड़ा एलओएस सदस्य के रूप में काम कर रहा था। वर्ष 2016 के ओरछा में रोड निर्माण कार्य में लगे जेसीव्ही मशीन को आग लगाकर क्षतिग्रस्त करने की घटना में शामिल था। वर्ष 2017 में कोलनार घाट में ट्रक, जेसीव्ही मशीन को आग लगाकर क्षतिग्रस्तर करने की घटना में शामिल था। वर्ष 2017 में भटवेड़ा पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल जिसमें नौ नक्सली मारे गये थे और तीन पुलिस जवान शहीद हुए थे।
नक्सली नरेश नेताम वर्ष 2016 में माओवादी कमाण्डर केशा नेताम द्वारा सीएनएम सदस्य के रूप में नक्सली संगठन में भर्ती किया गया। वर्ष 2017 में तोयनार क्षेत्र का सीएनएम अध्यक्ष बनाया गया।
आत्मसर्पित महिला नक्सली शांति इस्ता बाल्य अवस्था से ही सीएनएम सदस्य के रूप में नक्सली संगठन में भर्ती होकर कार्य कर रही थी। वर्ष 2016 में पल्लेवाया क्षेत्र का सीएनएम अध्यक्ष बनाया गया। इसका मुख्य काम गांव के नव युवक-युवतियों को नाच-गाने के माध्यम से नक्सली संगठन में जोडऩे के लिए प्रचार-प्रसार करना था। साथ ही बाहर से आये बड़े कैडर के नक्सलियों के गांव आने पर भोजन की व्यवस्था करना, ग्रामीणों को मीटिंग में बुलाने का काम करती थी।