कोटा में फंसे 480 छात्र 40 बसों से दिल्ली पहुंचे
नई दिल्ली, 03 मई (हि.स.) । देशव्यापी लॉकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा जिले में फंसे दिल्ली के 480 छात्र 40 निजी बसों में रविवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी लौटे।
राज्य के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्विटर पर लिखा, “मुझे यह साझा करने में खुशी हो रही है कि कोटा से चले सभी छात्र सकुशल दिल्ली पहुंच गए हैं। फ़िलहाल उनकी मेडिकल जांच चल रही है। कुछ ही देर में छात्रों को डीटीसी बसों में उनके घर के लिए रवाना कर दिया जाएगा।”
इससे पहले दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोटा से 40 निजी बसों में 800 से अधिक छात्रों को दिल्ली वापस लाया जाएगा। छात्रों की वापसी अभियान के नोडल अधिकारी राजीव सिंह के मुताबिक 480 छात्रों को वापस लाया गया क्योंकि कोटा प्रशासन की मदद से तैयार की गयी सूची में कई नाम एक से अधिक बार लिखे गए थे। कोटा से लाए गए सभी छात्रों का स्वास्थ्य ठीक है। कोटा से यात्रा के दौरान छात्रों के साथ दिल्ली सरकार के अधिकारियों की टीमों ने उनकी जरूरतों का ध्यान रखा और उनका सामान वापस लाने के लिए नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात किया गया था।
राज्य के राजस्व विभाग ने छात्रों की सुरक्षित वापसी के कार्य में समन्वय के लिए आईएसबीटी कश्मीरी गेट पर पूछताछ काउंटर बनाया है। दिल्ली में 11 जिलों के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। छात्रों को अपने-अपने जिलों के काउंटर पर जाने के निर्देश दिए गए जहां उनकी कोरोना जांच की गयी। छात्रों की जांच और उन्हें डीटीसी बसों से उनके घर पहुंचाने में मदद के लिए नागरिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया।
परिवहन मंत्री गहलोत ने इसके पहले ट्विट कर कहा था कि जो छात्र अभी कोटा से आ रहे हैं उन सभी के अभिभावकों से मेरा अनुरोध है कि कृपया कोई भी आईएसबीटी कश्मीरी गेट न आएं। सभी बच्चों को सकुशल घर पहुंचाना राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन की वजह से मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र कोटा में फंस गए थे। उनके परिजनों ने दिल्ली सरकार से उन्हें वापस लाने की अपील की थी।