कारोबार में सुधार के संकेत, जून में निकाले गए 12.40 लाख करोड़ रुपये के 4.27 करोड़ ई-वे बिल

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नई दिल्‍ली, 06 जुलाई (हि.स.)। लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद आर्थिक और कारोबारी गतिविधियां पटरी पर लौटती हुई दिख रही हैं। माल एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) ने बताया कि जून, 2020 में औसतन प्रतिदिन 14 लाख से ज्‍यादा ई-वे बिल निकाले गए, जो लॉकडाउन से पहले के स्तर का करीब 77 फीसदी है।  बता दें कि 50 हजार रुपये से अधिक के माल के परिवहन के लिए ई-वे बिल जरूरी होता है।

माल एवं सेवा कर नेटवर्क ने रविवार देर रात को दी गई सूचना में कहा कि जून में प्रतिदिन 14.26 लाख ई-वे बिल निकाले गए। जीएसटीएन ने बयान में कहा कि कंपनियों तथा ट्रांसपोर्टरों ने जून में 12.40 लाख करोड़ रुपये के माल के लिए 4.27 करोड़ ई-वे बिल निकाले। ये मार्च में निकाले गए 11.43 लाख करोड़ रुपये के मूल्य वाले 4 करोड़ बिल से अधिक है।

फरवरी में 5.63 करोड़ निकाले गए ई-वे बिल
जीएसटीएन ने बयान में बताया कि कोविड-19 की महामारी के लिए देशव्‍यापी लॉकडाउन में ढील के बाद ये आर्थिक गतिविधियों में हुए सुधार का संकेतक है। जीएसटीएन के मुताबिक अप्रैल में 3.90 लाख करोड़ रुपये के 84.53 लाख ई-वे बिल और मई में 8.98 लाख करोड़ रुपये के ई-वे बिल निकाले गए थे। इसकी तुलना में सरकार के पोर्टल से फरवरी में 15.39 लाख करोड़ रुपये के 5.63 करोड़ ई-वे बिल और जनवरी में 15.71 लाख करोड़ रुपये के 5.61 करोड़ ई-वे बिल निकाले गए थे।

लॉकडाउन 2.0 में प्रतिदिन 3.51 लाख ई-वे बिल
आंकड़ों के मुताबिक 25 जनवरी से 24 मार्च, 2020 के दौरान प्रतिदिन औसतन 18.49 लाख ई-वे बिल निकाले गए। लॉकडाउन के पहले चरण 25 मार्च से 14 अप्रैल के दौरान ये आंकड़ा बड़ी गिरावट के साथ 1.72 लाख बिल प्रतिदिन पर आ गया। वहीं, लॉकडाउन 2.0 के दौरान 15 अप्रैल से 3 मई तक औसतन प्रतिदिन 3.51 लाख ई-वे बिल निकाले गए, जबकि लॉकडाउन के तीसरे चरण यानी 4 मई से 14 मई के दौरान प्रतिदिन 6.75 लाख बिल निकाले गए। इसी तरह लॉकडाउन के चौथे चरण में 15 मई से 31 मई तक प्रतिदनि 9.84 लाख ई-वे बिल निकाले गए। जून में अनलॉक 1.0 के दौरान ये आंकड़ा बढ़कर 14.26 लाख बिल प्रतिदिन पर पहुंच गया। उल्‍लेखनीय है कि कोविड19 की महामारी पर काबू पाने के लिए देशभर में 25 मार्च को लॉकडाउन लागू किया गया था।

 


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