काबुल, 08 अक्टूबर (हि.स.)। अफगानिस्तान के कुंदूज शहर में शुक्रवार को नमाज पढ़ते समय मस्जिद के भीतर हुए बम धमाके में 100 से ज्यादा लोग मार गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। विस्फोट को आत्मघाती माना जा रहा है और इसमें इस्लामिक स्टेट खुरासान (आईएस-के) के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
यह विस्फोट उस समय हुआ जब स्थानीय शिया मुसलमान बड़ी संख्या में नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में आए हुए थे। तेज आवाज के साथ हुए धमाके के बाद मस्जिद धुंए से भर गई और चीख-पुकार मच गई। चारों तरफ लाशें और मानव अंग बिखरे पड़े थे, तमाम घायल मदद के लिए लोगों को पुकार रहे थे। माना जा रहा है कि यह आत्मघाती हमला था। हालांकि अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है।
अफगानिस्तान में जड़ जमा रहे आइएस के हमलों में तालिबान के सत्ता में काबिज होने के बाद खासी तेजी आई है। तालिबान शासन में पहला बड़ा हमला 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुआ था जिसमें 169 अफगान नागरिक और 13 अमेरिकी सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। रविवार को काबुल की ईदगाह मस्जिद के प्रवेश द्वार पर नमाज के वक्त विस्फोट हुआ था, उसमें पांच लोग मारे गए थे।
कुंदूज प्रांत में हुए इस हमले में आशंका है कि हमलावर आत्मघाती था जिसने ज्यादा नुकसान पहुंचाने की नीयत से नमाजियों के बीच पहुंचकर खुद को उड़ाया। विस्फोट से मस्जिद की इमारत को भी भारी नुकसान हुआ है।
तालिबान के मुख्य प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने बताया है कि आतंकी हमले में शिया मस्जिद को निशाना बनाया गया है। हमले में तमाम नमाजियों की मौत हुई है या फिर वे घायल हुए हैं।