नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (हि.स.)। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को कोविड-19 पर गठित उच्च स्तरीय मंत्री समूह की 22वीं बैठक की अध्यक्षता की। इसमें डॉ. हर्षवर्धन कहा कि अगले 6-7 महीने में लगभग 30 करोड़ की जनसंख्या को कोविड वैक्सीन लगाने के स्थिति में भारत होगा। उन्होंने कहा कि भारत की कोरोना महामारी की वृद्धि दर कम होकर दो प्रतिशत रह गई है और भारत 1.45 प्रतिशत मृत्यु दर के साथ विश्व में न्यूनतम मृत्यु दर वाले देशों में एक है। भारत की रिकवरी दर बढ़कर 95.46 प्रतिशत हो गई है, जबकि 10 लाख नमूनों की प्रतिदिन जांच करने की रणनीति से संचयी पॉजिटिविटी दर कम होकर 6.25 प्रतिशत हो गई है। बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय उपस्थित रहे।
नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ. विनोद के. पॉल, प्रधानमंत्री के सलाहकार अमरजीत सिन्हा और भास्कर खुल्बे इस बैठक में वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे। नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद के. पॉल ने वैक्सीन का पूर्व नैदानिक और नैदानिक परीक्षण, भारत में परीक्षण किए जाने वाले छह वैक्सीन कैंडीडेट का विवरण और आयु, व्यवसाय तथा अन्य बीमारियों की दृष्टि में भारत की लक्षित जनसंख्या के स्वरूप तथा किस प्रकार अन्य देशों से इनकी तुलना की जा सकती है और विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों के बारे में बताया।
उन्होंने मंत्री समूह को 12 अन्य देशों से विदेश मंत्रालय को प्राप्त वैक्सीन के बारे में मिले अनुरोध की जानकारी दी। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जनसंख्या में बेहतर स्वास्थ्य के इच्छुक लोगों के व्यवहार का महत्व बताते हुए कहा कि मृत्यु पर लगाम लगाने में इनका अहम योगदान है। कुछ राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा बहुत अधिक मामले लेकिन कम मृत्यु, जबकि अन्य राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा कम मामले लेकिन अधिक मृत्यु दिखाने की विरोधाभासी स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि ये दूसरी श्रेणी के राज्यों में लक्षण वाले लोगों द्वारा जांच के लिए आगे नहीं आने के परिणाम हैं। सक्रिय और जन-स्वास्थ्य व्यवस्था वाले राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में लोगों को ट्रैक किया जाता है।