रांची, 05 जनवरी (हि.स.)। झारखंड की 5वीं विधानसभा का पहला सत्र 6 जनवरी से शुरू हो रहा है। तीनदिवसीय सत्र के पहले दिन सभी 81 नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायी जाएगी। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर (कार्यकारी विधानसभा अध्यक्ष) प्रो. स्टीफन मरांडी शपथ दिलायंगे। नवनिर्वाचित विधायक अपनी इच्छानुसार भाषा में शपथ ले सकेंगे। इसे लेकर प्रोटेम स्पीकर ने आवश्यक तैयारी का निर्देश दिया है। नये विधायकों के स्वागत के लिए विधानसभा सचिवालय पूरी तरह तैयार है। इसी दिन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होगा। साथ ही सरकार वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी और स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
पुराने विस भवन में ही होगा शपथ ग्रहण
झारखंड में नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण पुराने विधानसभा भवन में ही होगा, जबकि विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नए विधानसभा भवन का उद्घाटन हो चुका है। उसमें रघुवर सरकार ने एकदिन के विशेष सत्र का आयोजन भी किया था, पर कुछ दिन पहले नए विधानसभा में आग लगने के कारण भारी क्षति हुई थी। अब हेमंत सरकार ने पुराने विधानसभा में ही विशेष सत्र के संचालन का फैसला लिया है। झामुमो के अनुसार, हेमंत सरकार नई विधानसभा में सत्र आहूत करने को लेकर जल्दी में नहीं है। नई विधानसभा में कुछ कमियां हैं। भवन निर्माण विभाग की रिपोर्ट के आधार पर ही पुरानी विधानसभा में विशेष सत्र के संचालन का फैसला लिया गया है। पुरानी विधानसभा लगभग 19 साल से एचईसी के किराए के भवन में चल रही है।
विस अध्यक्ष पद की दौड़ में सरफराज आगे
गांडेय विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक सरफराज अहमद स्पीकर पद की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। झामुमो नेतृत्व उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर रहा है। सरफरराज कई बार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा एकीकृत बिहार में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद दल बदलकर वे झामुमो में शामिल हो गये थे। सरफराज अहमद को स्पीकर बनाये जाने को लेकर कांग्रेस की भी सहमति बतायी जा रही है।
विधायक ढुलू महतो की शपथ रोकने के लिए प्रोटेम स्पीकर से मिली पीड़िता
बाघमारा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार निर्वाचित बाहुबली विधायक ढुलू महतो की शपथ रोकने के लिए दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने झारखंड विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर प्रोफेसर स्टीफन मरांडी से मिलकर ढुलू महतो की शपथ रोकने की मांग की है। पीड़िता ने इससे संबंधित पत्र भी प्रोटेम स्पीकर प्रो. स्टीफन मरांडी को पत्र दिया है। पत्र में उन्होंने कहा है कि ढुलू महतो के खिलाफ गंभीर अपराध का केस दर्ज है। इस केस में उन्होंने जमानत नहीं ली है। जमानत लिए बगैर उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए अन्यथा सदन की गरिमा पर असर पड़ेगा।
ढुलू महतो के खिलाफ कतरास की भाजपा नेत्री ने यौन शोषण के प्रयास करने की लिखित शिकायत की थी। पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया तो वह हाईकोर्ट गई। हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कतरास थाने में ढुलू महतो के खिलाफ गैर जमानतीय धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। पीड़िता ने इसी मुकदमे का जिक्र करते हुए कहा कि जमानत कराए बगैर वे शपथ लेते हैं तो समाज में गलत संदेश जाएगा। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के पहले पीड़िता भाजपा से नाता तोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं।