मेरठ में 286 हुए कोरोना पाॅजिटिव केस, मचा हड़कंप
मेरठ, 14 मई (हि.स.)। मेरठ में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार देर रात आई जांच रिपोर्ट में दो नए लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। इससे मेरठ में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 286 हो गया है। शुक्रवार को मेरठ में सुबह के समय किराना, सब्जी व फल की दुकानें भी खुल गई। उधर रात में मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य को हटाने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही कई अन्य बदलाव भी हुए।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ विश्वास चौधरी ने बताया कि गुरुवार देर रात आई जांच रिपोर्ट में मेरठ जनपद में दो नए लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। इससे मेरठ में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 286 हो गया है। गुरुवार रात को ही आई पहली रिपोर्ट में दस कोरोना मरीज मिले थे। मेरठ में कोरोना से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
लगातार मौत और बदहाली के कारण गिरी गाज
गुरुवार रात में मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. आरसी गुप्ता को हटाकर कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डाॅ. एसके गर्ग को नया प्राचार्य बनाया गया है। जबकि डाॅ. विनय अग्रवाल को उप प्राचार्य बनाया गया है। कोविड वार्ड प्रभारी डाॅ. तुंगवीर सिंह आर्य को हटाकर सर्जरी विभागाध्यक्ष डाॅ. सुधीर राठी को नया प्रभारी व प्रमुख अधीक्षक भी बनाया गया है। इसी तरह से डाॅ. कपिल कुमार को इमरजेंसी विभाग का प्रभारी बनाया गया है। मेडिकल काॅलेज में लगातार कोरोना मरीजों की मौत होने और अव्यवस्था के वीडियो वायरल होने पर शासन ने यह कदम उठाया। कभी मरीजों को खाना व दवा ना मिलने, डाॅक्टरों के कोविड वार्ड में ना आने, शवों के घंटों पड़े रहने, शौचालय बंदे रहने के वीडियो व आॅडियो वायरल होने से सरकार की भी फजीहत हो रही थी। एकाएक कार्रवाई होने से मेडिकल काॅलेज प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
चार दिन तक मौत छिपाने पर बैठी जांच
दिल्ली के कोरोना संक्रमित युवक के वहां के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में मौत का मामला गर्मा गया है। मेरठ शहर विधायक रफीक अंसारी ने कहा कि युवक की मौत दस मई को हो गई थी। जबकि इस दौरान परिजनों को भी अंधेरे में रखा गया। 14 मई को खुद परिजनों ने दिल्ली जाकर इसका पता लगाया तो हड़कंप मच गया। विधायक के चार दिन तक मौत को छिपाने के आरोपों के बाद डीएम ने एसडीएम सदर को जांच सौंप दी है।
गुरुवार को मेरठ शहर में संपूर्ण लाॅकडाउन रहने के बाद शुक्रवार को सुबह के समय किराना, सब्जी और फलों की दुकानें खुल गई। सामान्य लाॅकडाउन की तरह ही लोग सुबह सड़कों पर दिखाई दिए।