नई दिल्ली, 13 जून (हि.स.)। भारतीय नौसेना के प्रशिक्षुओं की पास आउट परेड शनिवार को केरल के एझिमाला स्थित नौसैनिक अकादमी में हुई। कोर्स कंप्लीशन सेरेमनी के रूप में मनाए जाने वाले इस कार्यक्रम में शामिल हुए 259 नौसैनिक कोविड-19 की वजह से मास्क और दस्ताने के साथ नजर आए।
किसी भी सशस्त्र सेना अकादमी के लिए पास आउट परेड ऐसा मौका होता है जिसे आमतौर पर भव्यता के साथ आयोजित किया जाता है और प्रशिक्षुओं के माता-पिता, मेहमानों और गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया जाता है लेकिन इस बार कोविड-19 संकट की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। यह समारोह भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल और 98 वीं भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम (बीटेक), 98वीं भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम (एमएससी), 29वीं नौसेना ओरिएंटेशन से संबंधित भारतीय नौसेना के मिडशिपमेन और कैडेटों के लिए प्रशिक्षण पूरा होने का गवाह बना।
समारोह में मित्रवत देशों के सात प्रशिक्षु शामिल थे जिसमें दो-दो प्रशिक्षु श्रीलंका और म्यांमार से और एक-एक मालदीव, तंजानिया और सेशेल्स से थे। दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला ने नौ मेधावी प्रशिक्षुओं को पदक प्रदान किए। उन्होंने अपने संबोधन में पास आउट नौसैनिकों को भारतीय नौसेना के मुख्य मूल्यों से तालमेल बिठाने की सलाह दी। उन्होंने कैडेट्स को आस-पास की परिस्थितियों के बावजूद लड़ाई की भावना को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
भारतीय नौसेना अकादमी बीटेक पाठ्यक्रम के लिए ‘राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक’ मिडशिपमैन सुशील सिंह को प्रदान किया गया। नौसेना ओरिएंटेशन कोर्स (विस्तारित) के लिए गोल्ड चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ गोल्ड मेडल कैडेट भोज गुजराल को प्रदान किया गया। नौसेना ओरिएंटेशन (रेगुलर) कोर्स के लिए चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ गोल्ड मेडल कैडेट विपुल भारद्वाज को प्रदान किया गया। सर्वश्रेष्ठ महिला कैडेट के लिए वूमेन ज़मोरिन ट्रॉफी कैडेट रिया शर्मा को प्रदान की गई।