2500 करोड़ रुपये से भी अधिक राममंदिर निर्माण की समर्पण राशि : चंपत राय
नई दिल्ली, 06 मार्च (हि.स.)। राममंदिर निर्माण की समर्पण राशि 2,500 करोड़ रुपये को पार करेगी। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय उपाध्यक्ष व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने शनिवार को यह बात कही।
शनिवार को यहां नार्थ एवेन्यू स्थित मीडिया सेंटर में एक प्रेस कान्फ्रेंस में चंपत राय ने कहा कि अभी अंतिम आंकड़ा आना शेष है। फिर भी 4 मार्च तक प्राप्त हुई समर्पण राशि के आधार पर कहा जा सकता है कि वह 2,500 करोड़ रुपये को पार करेगी।
उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक कोने में रामभक्तों ने समर्पण किया है। इस दौरान उन्होंने पूर्वोत्तर के राज्यों का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश से 4.5 करोड़, मणिपुर से 2 करोड़, मिजोरम से 21 लाख, नगालैंड से 28 लाख और मेघालय से 85 लाख तथा दक्षिण के राज्यों में तमिलनाडु से 85 करोड़ और केरल से 13 करोड़ रुपये की समर्पण राशि जमा हो चुकी है।
‘निधि समर्पण अभियान और राम मंदिर निर्माण की आगामी कार्य योजना’ के संदर्भ में चंपत राय ने बताया कि मकर संक्रान्ति (15 जनवरी) से माघी पूर्णिमा (27 फरवरी) तक चलने वाले इस सघन अभियान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विहिप के कार्यकर्ताओं ने देश के चार लाख से अधिक गांवों के 10 करोड़ परिवारों से सम्पर्क कर श्रीराम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व का प्रसार किया।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए सरकार द्वारा अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण किए जाने से जुड़े सवाल पर कहा कि सरकार ने कोई भूमि अधिग्रहित नहीं की है। उन्होंने बताया कि अगले 36 महीनों में मंदिर निर्माण पूरा हो जाएगा।
राय ने बताया कि इस विशाल निधि समर्पण अभियान में 1,75,000 टोलियों में लगभग 9 लाख कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर संपर्क किया। सम्पूर्ण अभियान की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जहां देशभर में 49 नियंत्रण केंद्र बनाए गए, वहीं दिल्ली स्थित मुख्य केंद्र में दो चार्टर्ड एकाउंटेंटों के नेतृत्व में अकाउंटस की निगरानी के लिए 23 कार्यकर्ताओं ने सम्पूर्ण भारत से सतत संपर्क साधकर रखा। हैदराबाद की धनुषा इन्फोटेक कंपनी द्वारा बनाए गए एप ने कार्यकर्ताओं, बैंकों तथा न्यास के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में कार्य किया। उन्होंने बताया कि हालांकि अंतिम आंकड़े आने शेष हैं, फिर भी 4 मार्च तक की प्राप्तियों के आधार पर कहा जा सकता है कि समर्पण राशि 2500 करोड़ को पार करेगी।
मंदिर निर्माण की स्थिति के बारे में चंपत राय ने कहा कि वहां नींव की खुदाई तथा मलबा हटाने का कार्य लगभग 60 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है और उम्मीद है कि अप्रैल से नींव की भराई का कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा।