24 अप्रैल: इतिहास के पन्नों में
राष्ट्र स्वर हुआ खामोशः देश प्रेम और जन पक्षधरता को नया स्वर और अर्थ देने वाले राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का 24 अप्रैल 1974 में निधन हो गया। सत्ता के करीबी होकर भी दिनकर जनता की आवाज बने रहे। यह इसलिए संभव हो सका क्योंकि हर उस जरूरी मौकों पर जब कभी नेतृत्व में भटकाव दिखा, दिनकर ने नसीहत देने की हिम्मत दिखायी। 1962 में चीन के साथ युद्ध में भारत की हार से आहत दिनकर का कविता पाठ याद करें- ‘रे रोक युधिष्ठिर को न यहां जाने दे उनको स्वर्गधीर, फिरा दे हमें गांडीव गदा लौटा दे अर्जुन भीम वीर।’ हिन्दी के सम्मान और सामर्थ्य के लिए हमेशा अग्रणी पंक्ति में खड़े रहने वाले दिनकर ने 20 जून 1962 में राज्यसभा में नेहरू जी को आईना दिखाया- ‘मैं इस सभा और खासकर प्रधानमंत्री नेहरू से कहना चाहता हूं कि हिंदी की निंदा करना बंद किया जाए। हिंदी की निंदा से इस देश की आत्मा को गहरी चोट पहुंचती है।’ विद्रोही कवि के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले दिनकर जी को ज्ञानपीठ पुरस्कार, पद्म भूषण, साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित दूसरे सम्मान मिले लेकिन जनता के बीच राष्ट्रकवि के रूप में उनकी प्रतिष्ठा, उनकी शख्सियत को स्वयंसिद्ध करती है। उनकी प्रमुख कृतियों में ‘हुंकार’ ‘रश्मिरथी’ ‘उर्वशी’ ‘परशुराम की प्रतीक्षा’ ‘कुरूक्षेत्र’ ‘इतिहास के आंसू’ ‘संस्कृति के चार अध्याय’ ‘भारत की सांस्कृतिक कहानी’ शामिल है।
‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ का जन्मः करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के लिए 24 अप्रैल किसी उत्सव से कम नहीं है क्योंकि इसी दिन 1974 में महान सर्वकालिक बल्लेबाज सचिन रमेश तेंदुलकर का जन्म हुआ। अपने खेल से भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदलकर रख देने वाले सचिन तेंदुलकर के कौशल के सामने बल्लेबाजी का हर कीर्तिमान मानो बौना हो गया। बहुत कम उम्र में देश का प्रतिनिधत्व करने वाले सचिन तेंदुलकर ने 21 वर्षों के अपने क्रिकेट करिअर में रिकॉर्ड का पहाड़ खड़ा कर दिया। सचिन के नाम सौ अंतरराष्ट्रीय शतक हैं जिनमें 51 टेस्ट और 49 वनडे शतक हैं। वनडे मैचों में पहली बार किसी बल्लेबाज ने अगर दोहरा शतक बनाया तो वह थे सचिन तेंदुलकर। क्रिकेट के इस फॉर्मेट को दोहरे शतक के लिए 39 वर्षों का इंतजार करना पड़ा। 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत करने वाले सचिन ने 200 टेस्ट मैचों में 15921 और 463 वनडे मैचों में 18426 रन बनाए। सचिन भारत के पहले क्रिकेटर हैं जिन्होंने अपने पहले रणजी, दिलीप और ईरानी ट्रॉफी में शतक लगाया। वे 1995 में दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट खिलाड़ी बने जिन्होंने पांच वर्षों के लिए वर्ल्डटेल के साथ 31.5 करोड़ का अनुबंध किया था। सचिन पहले खिलाड़ी हैं जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। साथ ही भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैुप्टन का मानद पद हासिल करने वाले भी वे पहले खिलाड़ी हैं।
अन्य अहम घटनाएंः
1877- रूस ने ओटोमन साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई की घोषणा की।
1898- स्पेन ने अमेरिका के विरुद्ध युद्ध की घोषणा की।
1920- पोलैंड की सेना ने यूक्रेन पर हमला किया।
1926- बर्लिन संधि पर हस्ताक्षर।
1960- दक्षिण पर्सिया में आए तेज भूकंप में 500 लोगों की मौत।
1967- सोवियत संघ के अंतरिक्ष यात्री ब्लादिमीर कोमारोव एक अंतरिक्ष अभियान के दौरान दम तोड़ने वाले पहले व्यक्ति बने।
1970- चीन का पहला उपग्रह डांग फांग हांग लॉन्च किया गया।
2011- आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा का निधन।