23 अगस्त: इतिहास के पन्नों में
आंध्र केसरी का जन्मः भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अहम नेता और मद्रास प्रेसिडेंसी के मुख्यमंत्री रहे तंगुटूरी प्रकाशम, 1953 में मद्रास स्टेट के विभाजन के बाद आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने। 23 अगस्त 1872 को गुंटूर जिले के कनपर्ती गांव में पैदा हुए टी प्रकाशम को तेलुगु अस्मिता से जुड़े नायक के तौर पर याद किया जाता है। उन्हें आंध्र केसरी (आंध्र के शेर) का मान हासिल है। संसद भवन में आंध्र केसरी की प्रतिमा है जिसका अनावरण तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ने किया था। उनके जीवन पर फिल्म भी बनी।
उन्होंने मद्रास और इंग्लैंड से बैरिस्टर की पढ़ाई की थी और इसी दौरान महात्मा गांधी से प्रभावित होकर उनका झुकाव स्वतंत्रता आंदोलन की तरफ हुआ। वे विपिन चंद्र पाल जब मद्रास पहुंचे तो आगे बढ़कर उनके कार्यक्रम की अध्यक्षता की। जबकि राजद्रोह के भय से ऐसा करने को कोई तैयार नहीं था। वे कांग्रेस और स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियों से जुड़ते हुए 1921 को सत्याग्रह प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर किए। उन्हें कांग्रेस पार्टी का महासचिव बनाया गया।
उन्होंने तेलुगु, तमिल और अंग्रेजी में प्रकाशित समाचार पत्र स्वराज के कार्यकारी संपादक के तौर पर पूरे दक्षिण भारत में स्वाधीनता आंदोलन को लेकर लोगों की चेतना जगायी। असहयोग आंदोलन के दौरान उन्होंने गुंटूर में हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ अंग्रेजी शासन के विरुद्ध ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन किया था। भारत छोड़ो आंदोलन के समय उन्हें तीन साल तक जेल में रखा गया। देश की स्वतंत्रता के बाद वे मद्रास और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के पदों पर रहे। 1957 में उनका निधन हो गया।
अन्य अहम घटनाएंः
1456ः जर्मनी के योहानेस गुटेनबर्ग ने आधुनिक ढंग के दुनिया के पहले छापेखाने से बाइबिल की पहली प्रति छापी जो गुटेनबर्ग बाइबिल के नाम से जानी जाती है।
1821ः मेक्सिको ने आजादी की घोषणा की।
1939ः सोवियत संघ और जर्मनी के बीच एक-दूसरे पर हमला न करने की संधि।
1947ः सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के उप प्रधानमंत्री बनाए गए।
1990ः आर्मेनिया ने स्वतंत्रता की घोषणा की।
1995ः देश का पहला सेलुलर फोन कोलकाता में व्यावसायिक तौर पर पेश किया गया।
2007ः यूनेस्को के विश्व स्मृति रजिस्टर में ऋगवेद की 30 पांडुलिपियां शामिल की गयीं।