22वें चरण में 80 हजार वोटों से आगे हैं योगी आदित्यनाथ
गोरखपुर, 10 मार्च (हि.स.)। गुरुवार को मतगणना के पल-पल की अपडेट जानने के लिए लोग भोर से ही बेचैन दिख रहे हैं। गोरखपुर शहर सीट पर सीएम योगी आदित्यनाथ का दबदबा रहने की पूरी संभावना है। 22 वें राउंड में योगी 80 हजार वोट से आगे हो गए हैं।
बता दें कि गोरखपुर शहर सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कुल 12 उम्मीदवार हैं। समाजवादी पार्टी ने यहां से भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे स्व. उपेन्द्र दत्त शुक्ल की पत्नी सुभावती शुक्ला को मैदान में उतारा है। बसपा से ख्वाजा शमसुद्दीन और कांग्रेस से चेतना पांडेय मैदान में हैं। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) से चंद्रशेखर रावण ने चुनाव लड़ा है।
एग्जिट पोल्स के इशारों के मुताबिक, यदि भाजपा सत्ता हासिल करती है तो योगी आदित्यनाथ 15 साल बाद यूपी के ऐसे मुख्यमंत्री होंगे जो विधानसभा के सदस्य होंगे। वर्ष 2017-22 के कार्यकाल में वह विधानपरिषद के सदस्य रहे। अखिलेश यादव भी विधानपरिषद सदस्य के तौर पर ही मुख्यमंत्री बने थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा है। यह विधानसभा क्षेत्र, गोरखपुर सदर संसदीय का हिस्सा है। जहां से योगी लगातार पांच बार सांसदी जीत चुके हैं। वर्ष 2017 में इस सीट से भाजपा के डॉ. आरएमडी अग्रवाल चुनाव जीते थे। इस बार भाजपा ने उनकी जगह सीएम योगी को इस सीट से उतारा तो अचानक गोरखपुर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में छा गया। सीएम योगी के राजनीतिक कॅरियर में उनका यह पहला विधानसभा का चुनाव है।
बता दें कि चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सीएम योगी ने अपनी सीट पर न्यूनतम समय दिया है। उनकी गैर मौजूदगी में चुनाव प्रचार की कमान पूरी तरह उनकी टीम ने संभाली। इस टीम में शामिल योगी के विश्वासपात्र सिपहसलारों ने पर्दे के पीछे रहकर रणनीति बनाई और उन्हें योगी आदित्यनाथ को चुनावी व्यस्तताओं की वजह से प्रचार से पूरी तरह मुक्त रखा। इतना ही नहीं, इस टीम ने वर्ष 2017 के मुकाबले ज्यादा मतदाताओं को घरों से निकालकर वोट डालने के लिए बूथों तक पहुंचाने का काम भी किया। इसका परिणाम वर्ष 2017 में पड़े 51.12 प्रतिशत मतों के मुकाबले वर्ष 2022 में पड़े 53.22 प्रतिशत मत के रूप में देखने को मिला।