22 फरवरी को तारकिशोर पेश करेंगे बजट बिहार विधानमंडल का बजट सत्र कल से शुरू
पटना, 18 फरवरी (हि.स.)। बिहार विधानमंडल का बजट सत्र शुक्रवार यानी 19 फरवरी से शुरू होने जा रहा है, जो 24 मार्च 2021 तक चलेगा। इस दौरान कुल 22 बैठकें होंगी। 22 फरवरी को प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद बजट पेश करेंगे।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) नीत नई सरकार का यह पहला बजट होगा, जिसे सदन में पहली बार उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद 22 फरवरी को पेश करेंगे। 23 को धन्यवाद प्रस्ताव पर बात-विवाद होगा। बजट पेश होने के बाद सत्र के अलग-अलग दिन हर विभाग के बजट की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसके बाद एक मार्च से 16 मार्च तक आय-व्यय में सम्मिलित मांगों पर अनुदानों की मांगों पर बात-विवाद किया जाएगा। 17 मार्च को बात-विवाद पर सरकार का उत्तर होगा।18 से 23 मार्च तक राजकीय विधेयकों का व्यवस्थापन होगा।
बिहार विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि अगर किसी कारणवश सत्र की अवधि 24 मार्च से आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता महसूस होगी तो अलग-अलग कामों के निपटारे के लिए अलग-अलग तारीखों पर कार्यक्रम किया जाएगा।
बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन के सुचारु संचालन को लेकर अधिकारियों को दिए थे निर्देश
इसके पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान सदन को सुचारु रूप से चलाने एवं सार्थक विमर्श के लिए अधिकारियों को बुधवार कई निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जिन प्रश्नों को सदन में उठाया जाना है, उसका लिखित जवाब कम से कम पांच दिन पहले सभा सचिवालय को उपलब्ध करा दिया जाए। बैठक में विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, विधानसभा सचिव राज कुमार सिंह, परिषद के कार्यकारी सचिव बिनोद कुमार के अलावा मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी एसके सिंघल, आमिर सुबहानी, ब्रजेश मेहरोत्रा, रंजीता, चंद्रशेखर सिंह, उपेंद्र कुमार शर्मा आदि मौजूद थे।
सभापति ने भी की सर्वदलीय बैठक
बजट सत्र के दौरान विधान परिषद के सुगम एवं सफल संचालन के लिए कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, एमएलसी नवल किशोर यादव, केदार नाथ पांडेय, नीरज कुमार, प्रो. गुलाम गौस, रामचंद्र पूर्वेष आदित्य नारायण पांडेय, प्रेमचंद मिश्र एवं मो. गुलाम रसूल ने भाग लिया। सभापति ने सबसे सहयोग एवं समर्थन की अपील की।