खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने दिल्ली में ‘फिट इंडिया संडेज़ ऑन साइकिल’ कार्यक्रम में शिक्षकों के साथ 750 प्रतिभागियों का नेतृत्व किया
नई दिल्ली, 4 मई: राजधानी स्थित मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम इस रविवार सुबह फिटनेस और प्रेरणा के उत्सव में तब्दील हो गया, जब ‘फिट इंडिया संडेज़ ऑन साइकिल’ के नवीनतम संस्करण में 750 प्रतिभागियों जिनमें शिक्षक, खिलाड़ी, फिट इंडिया इन्फ्लुएंसर और फिटनेस प्रेमी शामिल थे उन्होंने जोश के साथ भाग लिया।
इस पहल की अगुवाई केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने की, जिन्होंने केंद्रीय खेल सचिव श्री हरि रंजन राव और राष्ट्रीय स्तर के कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों के साथ साइकिल चलाई। इनमें टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि दहिया, ओलंपियन एवं राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता दीपक पूनिया, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डधारी रोहताश चौधरी (पुश-अप मैन ऑफ इंडिया), और प्रसिद्ध पर्वतारोही नरेंद्र कुमार शामिल थे, जिन्होंने हाल ही में विश्व की दसवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट अन्नपूर्णा (8091 मीटर) को मात्र 12 दिनों में फतह किया।
इस सप्ताह का विषय ‘शिक्षकों के साथ साइक्लिंग’ था, जिसमें राजधानी के विभिन्न स्कूलों, विश्वविद्यालयों और निजी संस्थानों के शिक्षक, मार्गदर्शक और अकादमिक कोच शामिल हुए।
डॉ. मांडविया ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा, “शिक्षक हमारे छात्रों के लिए नायक होते हैं और अब आपको विकसित भारत के लिए नायक बनना है। आप साइक्लिंग को एक नया फैशन बना सकते हैं। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि शिक्षक खुद साइकिल चलाना शुरू करें और अपने छात्रों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। हम डिजिटल युग में हैं, लेकिन हमें अपनी शारीरिक फिटनेस को भी बेहतर बनाना है। इसलिए हमें डिजिटल गतिविधियों से शारीरिक गतिविधियों की ओर बढ़ना होगा। यही ‘मोटापे के खिलाफ लड़ाई’ और फिट इंडिया एवं विकसित भारत की हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित दृष्टि को साकार करेगा।”
यह विशेष आयोजन शिक्षकों के साथ मिलकर हमारे प्रमुख सहयोगी – साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (CFI), MY भारत और राज्य सरकारों के सहयोग से आयोजित किया गया। विशेष सहयोगियों में फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (PEFI), दिल्ली विश्वविद्यालय, सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड, केंद्रीय विद्यालय, नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल कॉन्फ्रेंस, नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज़ यूनिवर्सिटी, योगासन इंडिया, इंडियन रोप स्किपिंग फाउंडेशन आदि शामिल रहे।
पहलवान रवि दहिया और दीपक पूनिया ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए युवाओं और शिक्षकों से अपील की कि वे दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधियों को अपनाएं। रवि दहिया ने कहा, “यह एक बेहद महत्वपूर्ण आंदोलन है जो सरकार द्वारा शुरू किया गया है ताकि शारीरिक फिटनेस को गंभीरता से लिया जाए। ‘शरीर ही शक्तिमान है’ – इस मंत्र को याद रखकर हर व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम 1-2 घंटे साइक्लिंग जरूर करनी चाहिए।”
टोक्यो ओलंपिक में पदक से चूकने वाले दीपक पूनिया ने कहा, “मैं इस आंदोलन को एक प्रशंसनीय पहल मानता हूं और मानता हूं कि हर किसी को साइक्लिंग को अपनाना चाहिए क्योंकि यह फिटनेस बढ़ाने के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त भारत की दिशा में भी योगदान करता है।”
पर्वतारोही नरेंद्र कुमार ने, जो हाल ही में माउंट अन्नपूर्णा पर चढ़े हैं, कहा, “मेरे अनुसार बेहतर स्वास्थ्य की शुरुआत साइक्लिंग से हो सकती है। ‘संडेज़ ऑन साइकिल’ इस उद्देश्य के लिए एक बेहतरीन माध्यम प्रतीत होता है। अन्नपूर्णा पर चढ़ना निश्चित ही कठिन था, लेकिन निरंतर फिटनेस का अभ्यास ही इसकी सफलता की कुंजी रहा। यह आंदोलन भी यही संदेश देता है।”
‘फिट इंडिया संडेज़ ऑन साइकिल’ पहल दिसंबर 2024 में शुरू होने के बाद से अब तक 5000 से अधिक स्थानों से 2.5 लाख से अधिक लोगों तक पहुंच चुकी है। इस साइक्लिंग अभियान का दायरा अंडमान और निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और लक्षद्वीप जैसे सुदूर क्षेत्रों तक फैला हुआ है। देशभर में यह आयोजन एक साथ आयोजित होता है जिसमें साई के रीजनल सेंटर्स, नेशनल सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस (NCOEs), साई ट्रेनिंग सेंटर्स, साई एक्सटेंशन सेंटर्स, खेलो इंडिया सेंटर्स (KICs) और खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केंद्र (KISCEs) जैसे संस्थान सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।