डीआरडीओ ने एयरो इंडिया के भारतीय मंडप में रखा हथियारों का स्वदेशी मॉडल
बेंगलुरु, 11 फरवरी। येलहंका वायु सेना स्टेशन में एयरो इंडिया के 15वें संस्करण में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इंडिया पवेलियन में हथियारों का स्वदेशी मॉडल पेश किया है। यहां स्वदेशी रूप से विकसित अत्याधुनिक तकनीकों और प्रणालियों, कार्यशील मॉडलों और नवाचारों का प्रदर्शन किया जा रहा है। भारत के पहले 5.5 जनरेशन स्टील्थ विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) का मॉडल प्रदर्शित किया गया है।
एयरो इंडिया में डीआरडीओ ने मंगलवार को उद्योग की भागीदारी को बढ़ावा देने, रक्षा में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ‘डीआरडीओ उद्योग तालमेल के प्रति विकसित भारत: मेक इन इंडिया-मेक फॉर वर्ल्ड’ पर सेमिनार की है। इनडोर पवेलियन में स्वदेशी रूप से विकसित अत्याधुनिक तकनीकों और प्रणालियों, कार्यशील मॉडल को प्रदर्शित किया गया है। डीआरडीओ ने पहली बार इंडिया पवेलियन में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस भारत के पहले 5.5 पीढ़ी के स्टील्थ विमान एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) का पूर्ण पैमाने का मॉडल प्रदर्शित किया है।
एयरो इंडिया का यह पवेलियन स्वदेशी रक्षा निर्माण क्षमताओं और वैश्विक मंच के लिए तैयार अत्याधुनिक तकनीकों को प्रदर्शित करके मेक-इन-इंडिया पहल के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित कर रहा है। यह मंडप भारत के निजी उद्योगों, रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों, स्टार्ट-अप और डीआरडीओ की संयुक्त ताकत का उदाहरण है। इसके अलावा इस मंडप में आने वाले आगंतुकों को डीआरडीओ में विकसित 16 अन्य उत्पादों और प्रौद्योगिकियों के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिनमें ट्विन इंजन डेक बेस्ड फाइटर जेट, एलसीए मार्क-2 मॉडल, एयर ड्रॉपेबल कंटेनर-150, एडवांस्ड लाइट वेट टॉरपीडो, आफ्टरबर्नर के बिना कावेरी डेरिवेटिव एयरो इंजन, नौसेना एंटी-शिप मिसाइल, मध्यम दूरी और विभिन्न अन्य मिसाइलें हैं।
एयरो इंडिया के हॉल-डी में डीआरडीओ के इनडोर पवेलियन को 9 थीमों में विभाजित किया गया है, जिसमें रक्षा नवाचार के मुख्य क्षेत्र शामिल हैं। ये थीम एयरबोर्न सर्विलांस सॉल्यूशंस, नेवल वॉरफेयर, नेक्स्ट-जेनेरेशन मिसाइल सिस्टम, आसमान में वर्चस्व-एडीए की 5वीं पीढ़ी की छलांग, मानव रहित एरियल सिस्टम, रडारस्केप: मैपिंग द इनविजिबल, मैरीटाइम सेंटिनल: सर्विलांस और सुरक्षा का एक नया युग, फाइटर एयरक्राफ्ट के लिए ‘सेंसर सूट’ और ‘रक्षक’ हैं। पवेलियन में 330 से अधिक उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं, जिन्हें 14 प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है। इनडोर मंडप में प्रौद्योगिकी विकास निधि (टीडीएफ) योजना के तहत विकसित उत्पादों को भी प्रदर्शित किया जा रहा है।
डीआरडीओ मंडप का बाहरी खंड अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों के वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें क्यूआरएसएएम मोबाइल लॉन्चर वाहन, आकाश एनजी लॉन्चर का पूर्ण पैमाने का मॉडल शामिल है। डोर्नियर विमान के मिडलाइफ अपग्रेड का प्रदर्शन एयरो शो में डीआरडीओ की भागीदारी का एक मुख्य आकर्षण है। अपग्रेड किया गया डोर्नियर बेहतर एवियोनिक्स, बेहतर ईंधन दक्षता, उन्नत रडार सिस्टम, बेहतर गतिशीलता, एकीकृत निगरानी प्रणाली और बेहतर इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं को प्रदर्शित कर रहा है।
एयरो इंडिया के बैनर तले समापन समारोह 12 फरवरी को रक्षा उत्पादन विभाग की ओर से ‘सामर्थ्य’ थीम पर किया जाएगा, जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित अत्याधुनिक तकनीकों के योगदानकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा। इनमें कम्प्यूटरीकृत पायलट चयन प्रणाली (सीपीएसएस) के लिए एडीई के निदेशक वाई दिलीप, आरसीआई हैदराबाद में रुद्रम II के परियोजना निदेशक डॉ. एमएसवाई शिव प्रसाद, ऑटोमैटिक डिपेंडेंट सर्विलांस ब्रॉडकास्ट (एडीएस-बी) रिसीवर के लिए एम बैकियालक्ष्मी, नेवल एंटी-शिप मिसाइल-शॉर्ट रेंज के लिए टी सिरिशा और फायर वायर के लिए विशाल द्विवेदी को सम्मानित किया जाना है।